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महिलाओं को जंगल में धधकती मिली शराब भट्टियां, नष्ट की 150 लीटर शराब

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Published : Jan 11, 2020, 10:22 PM IST

ग्रामीण महिलाओं ने रूषा फार्म के पास वन विभाग की भूमि पर बन रही कच्ची शराब के ठिकाने पर घावा बोला. इस दौरान महिलाओं ने 150 लीटर कच्ची शराब मौके पर ही नष्ट की.

raw wine furnaces in rishikesh
जंगलों में कच्ची शराब की भट्टियां मिली

ऋषिकेश: वन विभाग के अफसरों के सुनवाई न करने से परेशान ग्रामीण महिलाओं ने कच्ची शराब के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. इसी क्रम में जनपद के रूषा फार्म के पास वन विभाग की भूमि पर बन रही कच्ची शराब के ठिकाने पर ग्रामीण महिलाओं ने धावा बोल दिया. इस दौरान महिलाओं ने 150 लीटर कच्ची शराब मौके पर ही नष्ट की. वहीं, महिलाओं के शोर मचाने पर शराब तस्कर आनन-फानन में मौके से भाग निकले.

जंगल में धधकती मिली कच्ची शराब की भट्टियां.

यह भी पढ़ें: रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड में मिला वृद्ध का शव, शिनाख्त में जुटी पुलिस

बता दें कि ऋषिकेश रेंज में मुख्य मार्ग से दो किमी दूर जंगल में कच्ची शराब की भट्ठियां सुलग रही थी. शनिवार को जंगल में घास और लकड़ियां लेने गईं कुछ महिलाओं ने आग जलते देखा तो शोर मचाना शुरू किया. वहीं, महिलाओं को शोर मचाता देख शराब तस्कर मौके से भाग खड़े हुए. जिसके बाद महिलाओं ने वन विभाग को सूचना दी. वहीं, वनकर्मियों के पहुंचने से पहले ही महिलाओं ने करीब 150 लीटर कच्ची शराब खुद ही नष्ट कर दी. महिलाओं ने वन विभाग के अधिकारियों पर शराब तस्करों को पनाह देने का भी आरोप लगाया है.

यह भी पढ़ें: जिला अस्पताल में नहीं है कोई बाल रोग विशेषज्ञ, भटक रहे परिजन

रेंजर आरपीएस नेगी के अनुसार गड्ढे खोदकर प्लास्टिक के 20 लीटर ड्रम में गुड़ रखा गया था. विभाग की ओर से नियमित गश्त की जाती है. वहीं, बारिश के चलते पिछले एक हफ्ते से गश्त नहीं हो पाई. पूर्व में हुई गश्त के दौरान करीब 50 ड्रम जब्त किए जा चुके हैं. बावजूद क्षेत्र में अवैध शराब बनाने का कारोबार बदस्तूर जारी है. इस पर रोक लगाने के लिए आगामी 13 जनवरी को ग्रामसभा में विभाग की ओर से एक प्रस्ताव भी लाया जाएगा.

ऋषिकेश: वन विभाग के अफसरों के सुनवाई न करने से परेशान ग्रामीण महिलाओं ने कच्ची शराब के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. इसी क्रम में जनपद के रूषा फार्म के पास वन विभाग की भूमि पर बन रही कच्ची शराब के ठिकाने पर ग्रामीण महिलाओं ने धावा बोल दिया. इस दौरान महिलाओं ने 150 लीटर कच्ची शराब मौके पर ही नष्ट की. वहीं, महिलाओं के शोर मचाने पर शराब तस्कर आनन-फानन में मौके से भाग निकले.

जंगल में धधकती मिली कच्ची शराब की भट्टियां.

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बता दें कि ऋषिकेश रेंज में मुख्य मार्ग से दो किमी दूर जंगल में कच्ची शराब की भट्ठियां सुलग रही थी. शनिवार को जंगल में घास और लकड़ियां लेने गईं कुछ महिलाओं ने आग जलते देखा तो शोर मचाना शुरू किया. वहीं, महिलाओं को शोर मचाता देख शराब तस्कर मौके से भाग खड़े हुए. जिसके बाद महिलाओं ने वन विभाग को सूचना दी. वहीं, वनकर्मियों के पहुंचने से पहले ही महिलाओं ने करीब 150 लीटर कच्ची शराब खुद ही नष्ट कर दी. महिलाओं ने वन विभाग के अधिकारियों पर शराब तस्करों को पनाह देने का भी आरोप लगाया है.

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रेंजर आरपीएस नेगी के अनुसार गड्ढे खोदकर प्लास्टिक के 20 लीटर ड्रम में गुड़ रखा गया था. विभाग की ओर से नियमित गश्त की जाती है. वहीं, बारिश के चलते पिछले एक हफ्ते से गश्त नहीं हो पाई. पूर्व में हुई गश्त के दौरान करीब 50 ड्रम जब्त किए जा चुके हैं. बावजूद क्षेत्र में अवैध शराब बनाने का कारोबार बदस्तूर जारी है. इस पर रोक लगाने के लिए आगामी 13 जनवरी को ग्रामसभा में विभाग की ओर से एक प्रस्ताव भी लाया जाएगा.

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ऋषिकेश--वन विभाग के अफसरों की सुस्ती से परेशान ग्रामीण महिलाओं ने कच्ची शराब के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। इसी क्रम में रूषा फार्म के समीप वन विभाग की भूमि पर बन रही कच्ची शराब के ठिकाने पर ग्रामीण महिलाओं ने धावा बोल दिया। इस दौरान महिलाओं ने 150 लीटर कच्ची शराब मौके पर ही नष्ट की। महिलाओं के शोर मचाने पर तस्कर आनन फानन में भाग खड़े हुए।


Body:वी/ओ--ऋषिकेश रेंज में मुख्य मार्ग से दो किमी दूर जंगल में कच्ची शराब की भट्ठियां सुलग रही थीं। शनिवार को जंगल में घास और लकड़ियां लेने गई महिलाओं ने आग जलते देखा तो शोर मचाना शुरू किया। अवैध कारोबार पर आफत देख तस्कर भाग खड़े हुए। महिलाओं ने मौके से वन विभाग को सूूचना दी। जब तक वनकर्मी पहुंचते, उससे पहले ही महिलाओं ने करीब 150 लीटर कच्ची शराब नष्ट कर दी। महिलाओं ने वन विभाग के अफसरों पर शराब तस्करों को पनाह देने का भी आरोप लगाया है।


जानकारी के अनुसार करीब दो दर्जन महिलाएं रूषाफॉर्म नर्सरी से सटे जंगल में पालतू जानवरों के लिए घास और लकड़ी लेने पहुंची। यहां हरिद्वार बाईपास मार्ग से दो किलोमीटर अंदर जंगल में महिलाओं के समूह ने आग की लपटें उठती देखीं। समूह में मौजूद महिला पिंकी गुसाईं ने बताया कि उन्होंने शोर मचाते हुए उस तरफ दौड़ लगाई तो यहां मौजूद करीब पांच पुरुष भाग निकले। उन्होंने बताया कि यहां जमीन में करीब पांच फुट गहरा गड्ढा किया गया है। इसमें बड़ी-बड़ी प्लास्टिक की केन रखी गई थीं। उन्होंने बताया कि महिलाओं ने यहां करीब 150 लीटर कच्ची शराब को नष्ट किया है। सूचना पाकर वन विभाग के कर्मचारी भी पहुंचे।





Conclusion:वी/ओ--रेंजर आरपीएस नेगी के अनुसार गड्ढे खोदकर प्लास्टिक के 20 लीटर ड्रम में गुड़़ रखे गए थे। विभाग की ओर से नियमित गश्त की जाती है। मगर, बरसात होने के कारण एक हफ्ते से गश्त नहीं हो पाई। पूर्व में गश्त के दौरान करीब 50 ड्रम जब्त किए जा चुके हैं।अवैध शराब बनाने का कारोबार जंगल में हो रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए आगामी 13 जनवरी को ग्राम सभा की आम सभा में एक प्रस्ताव लाया जाएगा।
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