ऋषिकेश: पिछले 23 दिनों से आंदोलन कर रहे एम्स से निकाले गए कर्मचारी अब लोगों से भीख मांगकर सहयोग करने की अपील कर रहे है. एम्स से निष्कासित कर्मचारियों का कहना है कि उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जिसके चलते अब वे लोगों से सहयोग करने की अपील कर रहे हैं. वहीं निकाले गए कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें एम्स में दोबारा नौकरी पर रखा जाए.
बता दें कि ऋषिकेश एम्स से 100 से अधिक आउटसोर्सिंग के जरिये नौकरी कर रहे लोगों को बिना नोटिस दिए ही निष्कासित कर दिया गया था. जिसके बाद निकाले गए एम्स कर्मचारी अपनी नौकरी की बहाली को लेकर पिछले 23 दिनों से आंदोलनरत हैं. लेकिन एम्स प्रशासन का कोई अधिकारी उनसे मिलने नहीं पंहुचा. जिसके चलते निष्कासित कर्मचारियों ने आंदोलन का नया तरीका अपनाया है.
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वहीं, एम्स से निष्कासित कर्मचारी कंचन का कहना है कि बिना किसी नोटिस के ऑन ड्यूटी सभी कर्मचारियों को निकाल दिया गया. जिससे सभी कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. निष्कासित कर्मचारी दीपक रयाल ने कहा कि सभी कर्मचारी पिछले 23 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन न तो एम्स प्रशासन और न ही सरकार उनकी बात सुनने को तैयार है. जिसके चलते अब वे भीख मांगने को मजबूर हैं. साथ ही उन्होंने सभी कर्मचारियों की नौकरी को दोबारा बहाल करने की मांग की.