हरिद्वारः गंगा की निर्मलता व अविरलता के लिए काम करने वाली सामाजिक संस्था मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने एक बार फिर से हरिद्वार जिला प्रशासन को स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद की हत्या के लिये जिम्मेदार ठहराया है. वहीं स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद की मौत के बाद उनकी लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद का अनशन पिछले 136 दिनों से लगातार जारी है.
स्वामी शिवानंद का कहना है कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा 9 अक्टूबर को सीपीसीबी के आदेश को लागू करने के लिए डीएम हरिद्वार को पत्र भेजा गया था, जिसमें रायवाला से लेकर भोगपुर तक खनन पर पूर्णतया रोक लगाने का आदेश दिया गया, लेकिन जिला प्रशासन ने जानबूझकर इस आदेश को अनशनरत स्वामी सानंद से छुपाया और 10 अक्टूबर को उन्हें मातृ आश्रम से जबरन उठाकर ऋषिकेश एम्स ले गए जहां 24 घंटे में उनकी मौत हो गयी.
स्वामी शिवानंद ने जिला प्रसाशन पर पत्र छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके पीछे खनन माफिया को लाभ पहुंचाने का खेल चल रहा है. संत आत्मबोधनंद द्वारा 136 दिनों से स्वामी सानंद की लड़ाई आगे जारी है, अब आत्मबोधानंद को जनसमर्थन भी मिलने लगा है.
स्वामी शिवानंद का कहना है कि 9 मार्च से उनके अनशन के समर्थन में एक पैदल यात्रा दिल्ली से रवाना होगी, जो 17 मार्च को हरिद्वार मातृ सदन आश्रम पहुंचेगी. इस यात्रा में कई समाजसेवी और राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोग शामिल होंगे, वहीं इसी बीच 16 मार्च को ही चेन्नई से भी एक दल हरिद्वार पहुंच रहा है, जो मातृ सदन तपोभूमि को नमन करेगा.