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खबर का असर: पानी माफिया पर लगाम, जल संस्थान ने तय किए टैंकरों के रेट

गर्मी के सीजन के चलते हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में पानी की किल्लत देखने को मिल रही है. जिसकी वजह पानी माफिया भी सक्रिय हो गये हैं. पानी माफिया पर लगाम लगाने के लिए जल विभाग ने पानी के रेट निर्धारित कर दिए हैं.

ईटीवी भारत की खबर का असर
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Published : May 9, 2019, 12:45 PM IST

Updated : May 9, 2019, 1:55 PM IST

हल्द्वानीः नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. जल संस्थान ने पानी माफिया पर लगाम कसने के लिए पानी के रेट निर्धारित कर दिए हैं, जिससे अवैध रूप से पानी का कारोबार करने वालों के हौसले पस्त हो गए हैं.

पढ़ें- पारा चढ़ते ही पेयजल मंत्री के गृह जनपद में पानी को लेकर मचा हाहाकार

दरअसल, हल्द्वानी और उसके आसपास इलाकों में पानी का संकट गहरा गया है. जल संस्थान पानी की पूर्ति करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. पानी माफिया जल संस्थान के ओवरहेड टैंक ₹100 प्रति टैंकर पानी खरीद कर लोगों को ₹500 से ₹1000 में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. ईटीवी भारत पर ये खबर दिखाए जाने के बाद जल संस्थान हरकत में आया और पानी के रेट निर्धारित कर दिए.

ईटीवी भारत की खबर का असर

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि विभाग को शिकायत मिल रही थी कि हल्द्वानी में पानी कारोबारी मनमाफिक दामों में पानी बेच रहे है, जिस पर लगाम लगाते हुए जल विभाग ने पानी टैंकरों के रेट निर्धारित कर दिए हैं. कोई भी कारोबारी अगर रेट लिस्ट से अधिक में पानी बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा जल संस्थान पानी बेचने वालों पर निगरानी रख रहा है. प्राइवेट टैंकरों द्वारा पानी सप्लाई के दौरान उपभोक्ता का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा जा रहा है.

पानी की हो रही किल्लत को लेकर उपभोक्ता जल संस्थान के बाहर धरना प्रदर्शन करने मजबूर हैं. पानी की बढ़ती डिमांड को देखते हुए पानी माफिया सक्रिय हो गए थे.

हल्द्वानीः नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. जल संस्थान ने पानी माफिया पर लगाम कसने के लिए पानी के रेट निर्धारित कर दिए हैं, जिससे अवैध रूप से पानी का कारोबार करने वालों के हौसले पस्त हो गए हैं.

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दरअसल, हल्द्वानी और उसके आसपास इलाकों में पानी का संकट गहरा गया है. जल संस्थान पानी की पूर्ति करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. पानी माफिया जल संस्थान के ओवरहेड टैंक ₹100 प्रति टैंकर पानी खरीद कर लोगों को ₹500 से ₹1000 में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. ईटीवी भारत पर ये खबर दिखाए जाने के बाद जल संस्थान हरकत में आया और पानी के रेट निर्धारित कर दिए.

ईटीवी भारत की खबर का असर

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि विभाग को शिकायत मिल रही थी कि हल्द्वानी में पानी कारोबारी मनमाफिक दामों में पानी बेच रहे है, जिस पर लगाम लगाते हुए जल विभाग ने पानी टैंकरों के रेट निर्धारित कर दिए हैं. कोई भी कारोबारी अगर रेट लिस्ट से अधिक में पानी बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा जल संस्थान पानी बेचने वालों पर निगरानी रख रहा है. प्राइवेट टैंकरों द्वारा पानी सप्लाई के दौरान उपभोक्ता का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखा जा रहा है.

पानी की हो रही किल्लत को लेकर उपभोक्ता जल संस्थान के बाहर धरना प्रदर्शन करने मजबूर हैं. पानी की बढ़ती डिमांड को देखते हुए पानी माफिया सक्रिय हो गए थे.

Intro:स्लग- जल संस्थान ने पानी माफियो पर लगाया लगाम( खबर का असर)
रिपोर्टर -भावनाथ पंडित हल्द्वानी।
एंकर- हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में पानी की हो रही क़िल्लत के मद्देनजर पानी माफिया सक्रिय हो गए थे। गर्मी में बढ़ती पानी की डिमांड को मद्देनजर पानी माफिया मजबूर उपभोक्ताओं को मनमाफिक दामो में पानी बेच रहे थे। पानी माफिया नाम से खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था जिसके बाद विभाग ने पानी माफिया पर लगाम लगाते हुए पानी का रेट निर्धारित कर दिया है साथ ही अवैध रूप से पानी का कारोबार करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई कर रहा है।


Body:दरअसल हल्द्वानी और उसके आस इलाकों में इस समय पानी का संकट गहरा गया है ।जल संस्थान पानी की पूर्ति करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। पानी की हो रही किल्लत को लेकर उपभोक्ता जल संस्थान में आकर धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं । जल संस्थान पानी पूर्ति करने में पूरी तरह से विफल है। पानी की बढ़ती डिमांड को देखते हुए पानी माफिया भी सक्रिय हो गए थे और माफिया जल संस्थान के ओवरहेड टैंक से ₹100 प्रति टैंकर पानी खरीद कर लोगों को 500 से 1000 में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे थे । जिसकी खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था । खबर के बाद जल संस्थान हरकत में आया और टैंकरों द्वारा पानी के कारोबार करने वालों के खिलाफ लगाम लगाते हुए पानी का रेट निर्धारित कर दिया है साथ ही अवैध तरीके से पानी के कारोबार करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई कर रहा है।


Conclusion:जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि शिकायत मिली थी कि पानी के कारोबार करने वाले मनमाफिक दामो में पानी बेच रहे जिन पर लगाम लगाते हुए पानी टैंकरों के रेट निर्धारित किया गया है। कोई भी कारोबारी अगर रेट लिस्ट से अधिक में पानी बेचता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी इसके अलावा पानी बेचने वाले को ऊपर भी निगरानी रखी जा रही है । प्राइवेट टैंकरों द्वारा पानी सप्लाई के दौरान उपभोक्ता का नाम और मोबाइल नंबर भी अंकित किया जा रहा है साथी उपभोक्ताओं से पूछताछ भी की जा रही है कि रेट के तहत ही पानी मिला या नहीं। अधिशासी अभियंता का कहना है कि शहर में कई जगह अवैध पानी का कारोबार किया जा रहा है जिस पर लगातार छापेमारी की जा रही है और इन के ऊपर कार्रवाई भी की गई है।
बाइट -विशाल कुमार सक्सैना अधिशासी अभियंता जल संस्थान हल्द्वानी
Last Updated : May 9, 2019, 1:55 PM IST
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