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18 साल बाद भी नसीब नहीं हुई स्थायी राजधानी, बीजेपी-कांग्रेस ने किया 'खेल' - Congress candidate Harish Rawat

9 नवंबर 2000 को उत्तरांचल देश के 27 वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया. 2007 में राज्य का नाम उत्तरांचल का बदलकर उत्तराखंड हो गया. लेकिन 18 साल बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड को स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है.

नैनीताल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत, नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट.
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Published : Apr 5, 2019, 2:09 PM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर यहां की जनता ने लंबी लड़ाई लड़ी. जिसके बाद 9 नवंबर 2000 को उत्तरांचल देश के 27 वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया. 2007 में राज्य का नाम उत्तरांचल का बदलकर उत्तराखंड हो गया. लेकिन 18 साल बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड को स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है. स्थाई राजधानी को लेकर दोनों ही सरकारों का रवैया एक जैसा ही रहा है.

गैरसैंण में राजधानी को लेकर जानकारी देते कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत और बीजेपी प्रत्याशी अजय भट्ट.


बता दें कि नैनीताल-उधम सिंह नगर से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत शुक्रवार को हल्द्वानी पहुंचे थे. हरदा ने स्थायी राजधानी के मुद्दे पर कहा कि उनकी सरकार ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने को लेकर कई अहम काम किए है. उनके द्वारा गैरसैंण में विधान भवन बनाया गया. इसके साथ ही सचिवालय भवन के लिए भी बजट उपलब्ध कराया गया. लेकिन बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने के गैरसैंण में एक भी ईंट नहीं रखी.

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वहीं, स्थायी राजधानी के मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अजय भट्ट का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाएं जाने की दिशा में काम किया जा रहा है. गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन भी किया गया. विधानसभा में राजधानी के लेकर चर्चा भी की गई लेकिन कांग्रेस ने इसका विरोध किया है.

हल्द्वानी: उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर यहां की जनता ने लंबी लड़ाई लड़ी. जिसके बाद 9 नवंबर 2000 को उत्तरांचल देश के 27 वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया. 2007 में राज्य का नाम उत्तरांचल का बदलकर उत्तराखंड हो गया. लेकिन 18 साल बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड को स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है. स्थाई राजधानी को लेकर दोनों ही सरकारों का रवैया एक जैसा ही रहा है.

गैरसैंण में राजधानी को लेकर जानकारी देते कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत और बीजेपी प्रत्याशी अजय भट्ट.


बता दें कि नैनीताल-उधम सिंह नगर से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत शुक्रवार को हल्द्वानी पहुंचे थे. हरदा ने स्थायी राजधानी के मुद्दे पर कहा कि उनकी सरकार ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने को लेकर कई अहम काम किए है. उनके द्वारा गैरसैंण में विधान भवन बनाया गया. इसके साथ ही सचिवालय भवन के लिए भी बजट उपलब्ध कराया गया. लेकिन बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने के गैरसैंण में एक भी ईंट नहीं रखी.

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वहीं, स्थायी राजधानी के मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अजय भट्ट का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाएं जाने की दिशा में काम किया जा रहा है. गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन भी किया गया. विधानसभा में राजधानी के लेकर चर्चा भी की गई लेकिन कांग्रेस ने इसका विरोध किया है.

Intro:सलग -18 साल बाद भी प्रदेश को नहीं मिला स्थाई राजधानी रिपोर्टर -भावनाथ पंडित /हल्द्वानी
एंकर- उत्तराखंड के बने 18 साल से अधिक समय हो गया। उत्तराखंड की जनता 4 विधानसभा और 3 लोकसभा चुनाव देख चुकी है ।जबकि चौथा लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल को होना है। लेकिन उत्तराखंड के स्थाई राजधानी के नाम पर केंद्र और राज्य में रही कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों सिर्फ जनता को भ्रमित किया है और दोनों पार्टियों को रवैया एक जैसा रहा है। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव राजधानी के नाम पर दोनों पार्टियों ने सियासत किया है। राज्य बनने के बाद गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के लिए मांग उठती रही लेकिन 18 साल बाद भी उत्तराखंड की जनता की स्थाई राजधानी का सपना अधूरा आज भी है।


Body: उत्तराखंड के जनता की लंबी लड़ाई और शहादत के बाद नवंबर 2000 को उत्तरांचल देश के 27 वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। अब तक 18 साल हो गए उत्तरांचल का नाम बदलकर उत्तराखंड हो गया लेकिन स्थाई राजधानी नहीं बन पाया।
पूर्व मुख्यमंत्री और नैनीताल लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत का कहना है कि उनकी सरकार स्थाई राजधानी के लिए कई अहम काम किए हैं गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने को लेकर उन्होंने कई काम किए। उनके द्वारा गैरसैंण में विधान भवन बनाया गया। सचिवालय भवन के लिए बजट उपलब्ध कराया गया, टाउनशिप विकसित करने के लिए पूरी तैयारी की गई लेकिन राज्य की भाजपा सरकार ने गैरसैंण में एक ईंट भी नहीं रखा।
बाइट -हरीश रावत पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी नैनीताल लोकसभा सीट


Conclusion:बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बना जाने की दिशा में काम किया जा रहा है। विधानसभा में इस पर चर्चा भी की गई जिस पर कांग्रेस ने विरोध जताया उनकी सरकार गैरसेंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के लिए पूरी तैयारी में है। वहां पर विधानसभा सत्र के आयोजन किया गया है सरकार वहां की तमाम व्यवस्था को सुनिश्चित कर रही है।
बाइट- अजय भट्ट बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और प्रत्याशी नैनीताल लोकसभा सीट
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