हल्द्वानी: संघर्ष समिति ने सिटी मजिस्ट्रेट पर रामलीला कमेटी में भ्रष्टाचार और रामलीला के धार्मिक स्वरूप को खत्म करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम कोर्ट में विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही रामलीला समिति को स्थानीय लोगों के हाथ में सौंपने की मांग की.
संघर्ष समिति ने सिटी मजिस्ट्रेट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 3 सालों में रामलीला कमेटी में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. साथ ही हल्द्वानी में कुमाऊं की 140 साल पुरानी रामलीला कमेटी पर सफेदपोश लोगों के दबाव में पदाधिकारी कब्जा जमाए बैठे हैं. जिनके इशारे पर रामलीला कमेटी को ट्रस्ट बनाने का षडयंत्र किया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने कहा कि सत्ता के दबाव में शहर के कुछ षड्यंत्रकारी लोगों को ट्रस्ट में जगह देने के लिए इस तरह का प्रयास किया जा रहा है.
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प्रदर्शन के दौरान संघर्ष समिति के लोगों ने कमेटी को ट्रस्ट ना बनाने और वित्तीय अनियमितताओं की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की.
गौरतलब है कि पहले भी हल्द्वानी की प्राचीन रामलीला कमेटी में विवाद होने पर पिछले 3 साल से रिसीवर के पद पर सिटी मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है और हर साल रामलीला का आयोजन सिटी मजिस्ट्रेट के संरक्षण में किया जाता है.