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360 करोड़ की ठगी: कई राज्यों में STF की छापेमारी, 6 के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

देश के सबसे बड़े साइबर क्राइम अपराधियों की धरपकड़ के लिए उत्तराखंड STF की कई राज्यों में छापेमारी कर रही है. अभी तक 6 अभियुक्तों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गये हैं. 2 क्रिमिनल्स को नोटिस भी तामील किया जा चुका है.

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उत्तराखंड STF की कई राज्यों में छापेमारी
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Published : Jun 21, 2021, 10:21 PM IST

Updated : Jun 22, 2021, 2:26 PM IST

देहरादून: वर्तमान समय में देश के सबसे बड़े 360 करोड़ से अधिक की साइबर क्राइम धोखाधड़ी मामले में अपराधियों के विरुद्ध उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. सोमवार इस साइबर क्राइम से जुड़े 6 अभियुक्तों के खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए. वहीं, 360 करोड़ से अधिक इस साइबर ठगी मामले में नेटवर्क से जुड़े दो अन्य अभियुक्तों के खिलाफ नोटिस तामिल भी कराया गया है. वहीं, इस मामले में एक फरार अभियुक्त की धरपकड़ तेज कर दी गई है. उत्तराखंड एसटीएफ की 150 लोगों की टीमें कई राज्यों में छापेमारी कर रही है.

साइबर अपराधियों के गढ़ पर छापेमारी

देश के सबसे बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले में देशभर से जुड़े इस अपराध नेटवर्क की कडियां जोड़ने STF एक ख़ास रणनीति के तहत जुटी है. राष्ट्रीय स्तर पर सैकड़ों से लोगों से पावर बैंक नामक ऐप के जरिए होने वाली इस 360 करोड़ धोखाधड़ी के तार मुंबई, दिल्ली, राजस्थान, तेलंगाना बेंगलुरु गुजरात हरियाणा जैसे तमाम शहरों से जुड़े हैं. ऐसे में इन राज्यों और शहरों में ठगी का जाल बनाए बैठे इन साइबर क्रिमिनलों की धरपकड़ में उत्तराखंड एसटीएफ के नेतृत्व में 24 से अधिक पुलिस की टीमें अपराधियों की धरपकड़ में देश के कई राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई में जुटी हैं.

पढ़ें- क्या बरकरार रहेगी हरक की नाराजगी? सीएम से मुलाकात के बाद खुल सकता है 'राज'

बेंगलुरु की एक कंपनी में एसटीएफ की छापेमारी

देश के तमाम राज्यों में डेरा डाले उत्तराखंड एसटीएफ की टीमें बेंगलुरु में चार अभियुक्तों और दिल्ली में दो साइबर अभियुक्तों के खिलाफ वारंट तामील कराकर जल्द उनकी गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है. बता दें कि, साइबर ठगी के इस मामले में अभी तक 360 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी सामने आई है. इसमें बेंगलुरु पुलिस ने 120 करोड़ और दिल्ली पुलिस ने 150 करोड़ की धोखाधड़ी की जानकारी दी है. पुलिस ठगी की रकम को खोजने में जुटी हुई है.

पढ़ें- कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने जाहिर की अपनी नाराजगी, कार्यसमिति की बैठक में नहीं हुए शामिल

बेंगलुरु में पति पत्नी द्वारा फर्जी कंपनी के जरिए साइबर क्राइम

एसटीएफ के मुताबिक दो अन्य अभियुक्त नागाभूषण और उसकी पत्नी सुकन्या को बेंगलुरु में नोटिस तामील कराकर उनकी गिरफ्तारी कार्रवाई जारी है. गौरतलब है कि यह दोनों ही पति-पत्नी ने बेंगलुरु में एक फर्जी कंपनी Lorfly की स्थापना की. जिसके जरिए लगभग 30 करोड़ की धनराशि अलग-अलग कंपनियों में साइबर क्राइम के जरिए भेजी गई.

पढ़ें- पहली बार बोले कर्मकार बोर्ड अध्यक्ष सत्याल, जांच में कई बड़े नाम, हरक के बयान झूठे, त्रिवेंद्र भाजपा के वटवृक्ष

गुजरात में फर्जी कम्पनी के जरिए साइबर क्राइम करने वाले अपराधी फरार

वहीं, दूसरी तरफ साइबर क्राइम अपराधियों की धरपकड़ में देशभर में जुटी उत्तराखंड एसटीएफ किटी में गुजरात के जूनागढ़ में भी अपराधियों की धरपकड़ में दबिश दे रही है. यहां मुकेश गोबर भाई चोटानी नाम का अभियुक्त फरार बताया जा रहा है. जिसके संबंध में स्थानीय पुलिस से संबंधित से बनाकर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं . वहीं इसी इलाके में रहने वाले मुकेश नाम के व्यक्ति द्वारा भी एक फर्जी कंपनी दिव्या मनी सेंट्रो का संचालन कर लगभग 50 करोड़ की लोगों से साइबर धोखाधड़ी लेन-देन का मामला भी सामने आया है.

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धोखाधड़ी से जुड़े बैंकों की रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी
उत्तराखंड STF के मुताबिक साइबर धोखाधड़ी के मामले में संलिप्त बैंक खातों में अचानक करोड़ रूपए की ट्रांजैक्शन होने और बैंक द्वारा कोई ध्यान न देने के साथी अलग-अलग जगह टेनिसन के खिलाफ भी Suspicious transaction report तैयार की जाती है. ऐसी लापरवाही के विरुद्ध उचित कार्रवाई के लिए भारत सरकार को उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा पत्राचार किया जा रहा है. वहीं, देश के सबसे बड़े साइबर क्राइम मामले में 15 बैंक खातों को फ्रीज किये गये हैं. वहीं, इस साइबर क्राइम में एक चीनी अभियुक्त के खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से पत्राचार कर उसकी गिरफ्तारी और अन्य बैंक खातों की जांच पड़ताल चल रही है.

देहरादून: वर्तमान समय में देश के सबसे बड़े 360 करोड़ से अधिक की साइबर क्राइम धोखाधड़ी मामले में अपराधियों के विरुद्ध उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. सोमवार इस साइबर क्राइम से जुड़े 6 अभियुक्तों के खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए. वहीं, 360 करोड़ से अधिक इस साइबर ठगी मामले में नेटवर्क से जुड़े दो अन्य अभियुक्तों के खिलाफ नोटिस तामिल भी कराया गया है. वहीं, इस मामले में एक फरार अभियुक्त की धरपकड़ तेज कर दी गई है. उत्तराखंड एसटीएफ की 150 लोगों की टीमें कई राज्यों में छापेमारी कर रही है.

साइबर अपराधियों के गढ़ पर छापेमारी

देश के सबसे बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले में देशभर से जुड़े इस अपराध नेटवर्क की कडियां जोड़ने STF एक ख़ास रणनीति के तहत जुटी है. राष्ट्रीय स्तर पर सैकड़ों से लोगों से पावर बैंक नामक ऐप के जरिए होने वाली इस 360 करोड़ धोखाधड़ी के तार मुंबई, दिल्ली, राजस्थान, तेलंगाना बेंगलुरु गुजरात हरियाणा जैसे तमाम शहरों से जुड़े हैं. ऐसे में इन राज्यों और शहरों में ठगी का जाल बनाए बैठे इन साइबर क्रिमिनलों की धरपकड़ में उत्तराखंड एसटीएफ के नेतृत्व में 24 से अधिक पुलिस की टीमें अपराधियों की धरपकड़ में देश के कई राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई में जुटी हैं.

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बेंगलुरु की एक कंपनी में एसटीएफ की छापेमारी

देश के तमाम राज्यों में डेरा डाले उत्तराखंड एसटीएफ की टीमें बेंगलुरु में चार अभियुक्तों और दिल्ली में दो साइबर अभियुक्तों के खिलाफ वारंट तामील कराकर जल्द उनकी गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है. बता दें कि, साइबर ठगी के इस मामले में अभी तक 360 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी सामने आई है. इसमें बेंगलुरु पुलिस ने 120 करोड़ और दिल्ली पुलिस ने 150 करोड़ की धोखाधड़ी की जानकारी दी है. पुलिस ठगी की रकम को खोजने में जुटी हुई है.

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बेंगलुरु में पति पत्नी द्वारा फर्जी कंपनी के जरिए साइबर क्राइम

एसटीएफ के मुताबिक दो अन्य अभियुक्त नागाभूषण और उसकी पत्नी सुकन्या को बेंगलुरु में नोटिस तामील कराकर उनकी गिरफ्तारी कार्रवाई जारी है. गौरतलब है कि यह दोनों ही पति-पत्नी ने बेंगलुरु में एक फर्जी कंपनी Lorfly की स्थापना की. जिसके जरिए लगभग 30 करोड़ की धनराशि अलग-अलग कंपनियों में साइबर क्राइम के जरिए भेजी गई.

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गुजरात में फर्जी कम्पनी के जरिए साइबर क्राइम करने वाले अपराधी फरार

वहीं, दूसरी तरफ साइबर क्राइम अपराधियों की धरपकड़ में देशभर में जुटी उत्तराखंड एसटीएफ किटी में गुजरात के जूनागढ़ में भी अपराधियों की धरपकड़ में दबिश दे रही है. यहां मुकेश गोबर भाई चोटानी नाम का अभियुक्त फरार बताया जा रहा है. जिसके संबंध में स्थानीय पुलिस से संबंधित से बनाकर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं . वहीं इसी इलाके में रहने वाले मुकेश नाम के व्यक्ति द्वारा भी एक फर्जी कंपनी दिव्या मनी सेंट्रो का संचालन कर लगभग 50 करोड़ की लोगों से साइबर धोखाधड़ी लेन-देन का मामला भी सामने आया है.

पढ़ें- आपसी लड़ाई में नियम भूले कर्मकार कल्याण बोर्ड अध्यक्ष, सचिव को हटाने के दिए औचित्यहीन आदेश

धोखाधड़ी से जुड़े बैंकों की रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी
उत्तराखंड STF के मुताबिक साइबर धोखाधड़ी के मामले में संलिप्त बैंक खातों में अचानक करोड़ रूपए की ट्रांजैक्शन होने और बैंक द्वारा कोई ध्यान न देने के साथी अलग-अलग जगह टेनिसन के खिलाफ भी Suspicious transaction report तैयार की जाती है. ऐसी लापरवाही के विरुद्ध उचित कार्रवाई के लिए भारत सरकार को उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा पत्राचार किया जा रहा है. वहीं, देश के सबसे बड़े साइबर क्राइम मामले में 15 बैंक खातों को फ्रीज किये गये हैं. वहीं, इस साइबर क्राइम में एक चीनी अभियुक्त के खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से पत्राचार कर उसकी गिरफ्तारी और अन्य बैंक खातों की जांच पड़ताल चल रही है.

Last Updated : Jun 22, 2021, 2:26 PM IST
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