ETV Bharat / city

ई-रिक्शा चालकों ने सरकार के इस फैसले का किया विरोध, कांग्रेस ने किया समर्थन - protest of e-rickshaw driver in dehradun

देहरादून में ई-रिक्शा चालकों ने एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने सरकार के मुख्य मार्गों से ई-रिक्शा हटाए जाने के फैसले का विरोध. इस बैठक में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना भी शामिल हुए.

ई-रिक्शा चालकों ने सरकार के फैसले का किया विरोध.
author img

By

Published : Sep 29, 2019, 8:05 PM IST

देहरादून: देहरादून: राजधानी की मुख्य सड़कों को सरकार ने ई-रिक्शा संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके चलते ई-रिक्शा चालकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में ई-रिक्शा चलाकों ने एक बैठक आहूत की. जिसमें कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भी शिकरत की. इस मौके पर धस्माना ने ई-रिक्शा चलाकों की मांग का समर्थन किया है.

गौरतलब है कि सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए प्रदूषण रहित वाहनों पर जोर दे रही है. वहीं, मुख्य मार्गों से ई-रिक्शा संचालकों को हटाया जा रहा है. ऐसे में ई-रिक्शा संचालकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ई रिक्शा संचालकों का कहना है कि मुख्य मार्गों से प्रतिबंधित किए जाने के बाद से उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, उन्हें ऋण पर लिए ई-रिक्शा की किश्त जमा करने में भी परेशानी हो रही है.

पढ़ें: पौड़ी में तीव्र मोड़ से हटाए जाएंगे होर्डिंग-बैनर, जानिए क्या है वजह ?

वहीं, ई-रिक्शा संचालकों ने आरटीओ से मिलकर अपनी समस्या के समाधान की मांग की है. उनका कहना है कि अगर उनकी पूर्व की तरह उन्हें शहर के मुख्य मार्गों पर नहीं चलने दिया. तो वे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

उधर, इस मामले में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि जब शहर में ई-रिक्शा का संचालन शुरू हुआ था, तो इसके लिए आरटीओ और शासन-प्रशासन द्वारा कोई नियम निर्धारित नहीं किये गए थे. वहीं, सरकार ने भी गरीब लोगों को मुद्रा लोन के तहत ई-रिक्शा बांटकर खूब वाहवाही लूटी है. ऐसे में अचानक ई-रिक्शा को मुख्य मार्गों से हटाने के आदेश के बाद इन लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है, सरकार को एक बार अपने फैसले पर विचार करना चाहिए.

देहरादून: देहरादून: राजधानी की मुख्य सड़कों को सरकार ने ई-रिक्शा संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके चलते ई-रिक्शा चालकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में ई-रिक्शा चलाकों ने एक बैठक आहूत की. जिसमें कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भी शिकरत की. इस मौके पर धस्माना ने ई-रिक्शा चलाकों की मांग का समर्थन किया है.

गौरतलब है कि सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए प्रदूषण रहित वाहनों पर जोर दे रही है. वहीं, मुख्य मार्गों से ई-रिक्शा संचालकों को हटाया जा रहा है. ऐसे में ई-रिक्शा संचालकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ई रिक्शा संचालकों का कहना है कि मुख्य मार्गों से प्रतिबंधित किए जाने के बाद से उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, उन्हें ऋण पर लिए ई-रिक्शा की किश्त जमा करने में भी परेशानी हो रही है.

पढ़ें: पौड़ी में तीव्र मोड़ से हटाए जाएंगे होर्डिंग-बैनर, जानिए क्या है वजह ?

वहीं, ई-रिक्शा संचालकों ने आरटीओ से मिलकर अपनी समस्या के समाधान की मांग की है. उनका कहना है कि अगर उनकी पूर्व की तरह उन्हें शहर के मुख्य मार्गों पर नहीं चलने दिया. तो वे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.

उधर, इस मामले में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि जब शहर में ई-रिक्शा का संचालन शुरू हुआ था, तो इसके लिए आरटीओ और शासन-प्रशासन द्वारा कोई नियम निर्धारित नहीं किये गए थे. वहीं, सरकार ने भी गरीब लोगों को मुद्रा लोन के तहत ई-रिक्शा बांटकर खूब वाहवाही लूटी है. ऐसे में अचानक ई-रिक्शा को मुख्य मार्गों से हटाने के आदेश के बाद इन लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है, सरकार को एक बार अपने फैसले पर विचार करना चाहिए.

Intro: देहरादून के मुख्य मार्गो से ई-रिक्शा हटाए जाने के फैसले के बाद ई-रिक्शा संचालकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है तो वहीं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के ईरिक्शा मुख्य सड़कों से गायब हो चुके हैं दरअसल इसका मुख्य कारण सरकार का वह फैसला है जिसके तहत ई रिक्शा चालक शहर के मुख्य सड़कों पर नहीं चल सकते हैं। साथ ही ई-रिक्शा रात को चलेंगे और दिन में मुख्य मार्गों पर प्रतिबंधित रहेंगे सरकार के इस फैसले के बाद रिक्शा चालकों पर रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। इसके विरोध स्वरूप ई रिक्शा संचालकों ने आज सरकार के खिलाफ एकत्र कर एक बैठक का आयोजन किया जिसमें कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बैठक में आकर उनकी मांग का समर्थन किया है।
नोट कृपया वाइट और विजुअल मेल से उठाने का कष्ट करें


Body:वहीं कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने ई रिक्शा संचालकों के समर्थन में कहा कि ई रिक्शा चालकों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है देहरादून में जब ई-रिक्शा शुरू किए गए थे उस दौरान शासन प्रशासन आरटीओ ने कोई नियम निर्धारित नहीं किए थे। इनको कहा गया कि सड़कों पर चलना शुरू कर दें और ढाई से तीन हजार ईरिक्शा देहरादून में बांट दिए गए। उस समय सरकार वाह वाही लूटने लग गई और कहने लगी कि मुद्रा लोन देकर यह रिक्शा संचालकों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। और अचानक तुगलकी आदेश दिया जाता है कि ई-रिक्शा संचालक मुख्य मार्गो पर ई रिक्शा नहीं चलाएंगे इस फैसले से सभी दुखी हैं। दरअसल सरकार इनकी रोजी रोटी छीनने का काम कर रही है अभी रिक्शा संचालकों की संघर्ष समिति बना दी गई है कल 11 बजे सभी आरटीओ जाएंगे और आरटीओ के सामने अपनी बात रखें उसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।

बाइट सूर्यकांत धस्माना कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष


Conclusion:एक और सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए दीवानों को प्रमोट कर रही हैं तो वहीं मुख्य मार्गो से हटाए जाने पर ई-रिक्शा संचालक सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। ई रिक्शा संचालकों का कहना है कि मुख्य मार्गों से प्रतिबंधित किए जाने के बाद उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है ईरिक्शा की किस्त भी जमा कराने के लिए उन्हें जद्दोजहद करनी पड़ रही है और समय पर किस्त जमा होने के कारण बैंकों से लगातार ने नोटिस मिल रहे हैं। तो वही ई रिक्शा संचार को ने कल आरटीओ से मिलने का निर्णय लिया है यदि वहां भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो ऐसे में ई-रिक्शा संचालक अग्रिम रणनीति के तहत सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगें
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.