ETV Bharat / city

छात्रवृत्ति घोटाला मामला: SIT ने एक और दलाल को किया गिरफ्तार

author img

By

Published : Dec 6, 2019, 11:25 PM IST

Updated : Dec 6, 2019, 11:34 PM IST

एसआईटी जांच पड़ताल के मुताबिक संस्थान इस काम के लिए बिचौलिए राकेश तोमर को 40% कमीशन देता था. घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम के मुताबिक, अब संस्थान दलाल राकेश तोमर को 26 लाख 13 हजार रुपये कमीशन दे चुका है.

one-arrested-in-scholarship-scam-case
SIT ने एक और दलाल को किया गिरफ्तार

देहरादून: उत्तराखंड छात्रवृत्ति घोटाले में शुक्रवार को एक और बड़ी कार्रवाई हुई. मामले में घोटालेबाज निजी शिक्षण संस्थान के सचिव के बाद अब संस्थान के बड़े एक दलाल की भी गिरफ्तारी हुई है. एसआईटी की टीम ने कालसी थाना क्षेत्र से राकेश तोमर नामक दलाल को गिरफ्तार किया है. एसआईटी के मुताबिक अब तक ये शिक्षण संस्थान दलाल राकेश तोमर को 26 लाख 13 हजार रुपये कमीशन के तौर पर दे चुका है.

छात्रवृति मामले में एक और गिरफ्तार.


आरोप के मुताबिक, संस्थान और समाज कल्याण अधिकारियों की मिलीभगत से दलाली करने वाला राकेश तोमर एससी-एसटी और ओबीसी के छात्र छात्राओं के फर्जी जाति प्रमाण-पत्र व अन्य दस्तावेज उपलब्ध करवाता था. जिसके बाद ये छात्रों के नाम से बैंकों में खाते खुलवाता था. इन खातों में समाज कल्याण विभाग अधिकारियों से साठगांठ से करोड़ों रुपये छात्रवृत्ति की रकम डाली जाती थी.

पढ़ें-प्रदेश में आज ये हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें अपने जिले के रेट

जिसके बाद इस रकम की बंदरबांट की जाती थी. एसआईटी जांच पड़ताल के मुताबिक, संस्थान इस काम के लिए बिचौलिए राकेश तोमर को 40% कमीशन देता था. घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम के मुताबिक अब संस्थान दलाल राकेश तोमर को 26 लाख 13 हजार रुपये कमीशन दे चुका है.

पढ़ें-हैदराबाद गैंगरेप-मर्डर : एनकाउंटर में चारों आरोपी ढेर, दो पुलिसकर्मी घायल
इससे पहले एसआईटी टीम ने छात्रवृत्ति घोटाले में दो दिन पहले निजी शिक्षण संस्थान 'एकेडमी आफ मैनेजमेंट स्टडीज' के सचिव मानवेंद्र स्वरूप को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. एसआईटी अधिकारियों के मुताबिक, समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से साल 2012 से 2013, 2015 से 2016 के बीच इन निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा एससी एसटी और ओबीसी छात्रों के फर्जी दस्तावेज के आधार पर कॉलेज में दाखिला दिखाकर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति का गबन किया गया था.

पढ़ें-प्याज की कीमत ने लगाया शतक, अब दर्शन भी हुए दुर्लभ
इसके अलावा अभी तक निजी कॉलेजों के संचालकों के साथ मिलीभगत कर करोड़ों रुपये के सरकारी धन का गबन करने वाले समाज कल्याण विभाग के निलंबित संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल सहित हरिद्वार के पांच जिला समाज कल्याण अधिकारियों को भी इस घोटाले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

देहरादून: उत्तराखंड छात्रवृत्ति घोटाले में शुक्रवार को एक और बड़ी कार्रवाई हुई. मामले में घोटालेबाज निजी शिक्षण संस्थान के सचिव के बाद अब संस्थान के बड़े एक दलाल की भी गिरफ्तारी हुई है. एसआईटी की टीम ने कालसी थाना क्षेत्र से राकेश तोमर नामक दलाल को गिरफ्तार किया है. एसआईटी के मुताबिक अब तक ये शिक्षण संस्थान दलाल राकेश तोमर को 26 लाख 13 हजार रुपये कमीशन के तौर पर दे चुका है.

छात्रवृति मामले में एक और गिरफ्तार.


आरोप के मुताबिक, संस्थान और समाज कल्याण अधिकारियों की मिलीभगत से दलाली करने वाला राकेश तोमर एससी-एसटी और ओबीसी के छात्र छात्राओं के फर्जी जाति प्रमाण-पत्र व अन्य दस्तावेज उपलब्ध करवाता था. जिसके बाद ये छात्रों के नाम से बैंकों में खाते खुलवाता था. इन खातों में समाज कल्याण विभाग अधिकारियों से साठगांठ से करोड़ों रुपये छात्रवृत्ति की रकम डाली जाती थी.

पढ़ें-प्रदेश में आज ये हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें अपने जिले के रेट

जिसके बाद इस रकम की बंदरबांट की जाती थी. एसआईटी जांच पड़ताल के मुताबिक, संस्थान इस काम के लिए बिचौलिए राकेश तोमर को 40% कमीशन देता था. घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम के मुताबिक अब संस्थान दलाल राकेश तोमर को 26 लाख 13 हजार रुपये कमीशन दे चुका है.

पढ़ें-हैदराबाद गैंगरेप-मर्डर : एनकाउंटर में चारों आरोपी ढेर, दो पुलिसकर्मी घायल
इससे पहले एसआईटी टीम ने छात्रवृत्ति घोटाले में दो दिन पहले निजी शिक्षण संस्थान 'एकेडमी आफ मैनेजमेंट स्टडीज' के सचिव मानवेंद्र स्वरूप को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. एसआईटी अधिकारियों के मुताबिक, समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से साल 2012 से 2013, 2015 से 2016 के बीच इन निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा एससी एसटी और ओबीसी छात्रों के फर्जी दस्तावेज के आधार पर कॉलेज में दाखिला दिखाकर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति का गबन किया गया था.

पढ़ें-प्याज की कीमत ने लगाया शतक, अब दर्शन भी हुए दुर्लभ
इसके अलावा अभी तक निजी कॉलेजों के संचालकों के साथ मिलीभगत कर करोड़ों रुपये के सरकारी धन का गबन करने वाले समाज कल्याण विभाग के निलंबित संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल सहित हरिद्वार के पांच जिला समाज कल्याण अधिकारियों को भी इस घोटाले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

Intro:summary-उत्तराखंड छात्रवृत्ति घोटाला: घोटालेबाज निजी शिक्षण संस्थान के सचिव के बाद अब संस्थान के बड़े दलाल की भी हुई गिरफ्तारी..


उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले मामले में देहरादून के "एकैडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज" के सचिव मानवेंद्र स्वरूप की गिरफ्तारी के बाद संस्थान के दलाल राकेश तोमर की भी एसआईटी ने थाना कालसी क्षेत्र से गिरफ्तारी की है। आरोप के मुताबिक संस्थान और समाज कल्याण अधिकारियों की मिलीभगत से दलाली करने वाला राकेश तोमर sc-st और ओबीसी के छात्र छात्राओं के फर्जी जाति प्रमाण पत्र एवं अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराकर छात्रों का नाम से बैंकों में खाता खुलवाता था, जिसके बाद समाज कल्याण विभाग अधिकारियों की साठगांठ से करोडों रुपये छात्रवृत्ति की रकम "एकैडमी आफ मैनेजमेंट स्टडीज" के अकाउंट में डलवाकर... बंदरबांट में अपनी अहम भूमिका निभाता था। एसआईटी जांच पड़ताल के मुताबिक संस्थान इस कार्य के बिचौलिए दलाल राकेश तोमर को 40% कमीशन शिक्षण संस्थान से मिलता था। घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम के मुताबिक अब तक दलाल राकेश तोमर को शिक्षण संस्थान 26 लाख 13 हज़ार का कमीशन दे चुका है।


Body:उधर इससे पहले एसआईटी टीम ने करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले मामले में दो दिन पहले ही निजी शिक्षण संस्थान "एकैडमी आफ मैनेजमेंट स्टडीज" के सचिव मानवेंद्र स्वरूप जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। एसआईटी अधिकारियों के मुताबिक समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत कर वर्ष 2012 से 2013 वर्ष 2015 से 2016 के बीच इन निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा एससी एसटी और ओबीसी छात्रों के फर्जी दस्तावेज के आधार पर कॉलेज में दाखिला दिखाकर करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति सरकारी धन का गबन किया गया था।


हाईकोर्ट के आदेश पर देहरादून हरिद्वार जिले के लिए गठित की गई एसआईटी टीम द्वारा हरिद्वार जिले में लगभग एक दर्जन और देहरादून जिले के प्रेमनगर सेलाकुई राजा वाला और विकास नगर में स्थित अब तक तीन निजी शिक्षण संस्थानों के कई संचालकों व दलालों को घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है । इसके अलावा अभी तक निजी कॉलेजों के संचालकों के साथ मिलीभगत कर करोडों रुपये से सरकारी धन गबन करने वाले समाज कल्याण विभाग के निलंबित संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल सहित हरिद्वार के पांच जिला समाज कल्याण अधिकारियों को भी इस घोटाले में गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है।


Conclusion:
Last Updated : Dec 6, 2019, 11:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.