देहरादून: राजधानी देहरादून शहर में बेपटरी हो चुकी ट्रैफ़िक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए अब तक के सभी प्रयोग नाकामयाब ही हुए हैं. जिसके चलते अब दून पुलिस एक नया प्रयोग करने जा रही है. अब सड़कों पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस राजधानी के मुख्य आवाजाही वाले स्थानों पर धरना, प्रदर्शन, जुलूस व धार्मिक यात्राओं को पूर्ण रूप से प्रतिबंध करने जा रही है.
इसके लिए दून पुलिस शहर में हर वर्ष जुलूसों जैसे अन्य कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने वाले लोगों से सामंजस्य बनाकर इस नियम को धरातल पर उतारने का प्रयास करेगी. ताकि शहर में इन कार्यक्रमों के जरिए आए दिन जाम की स्थिति पैदा न हो. इन सब तरह के कार्यक्रमों के लिए शहर में विशेष स्थानों को भी चिन्हित किया जाएगा.
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शहर के इन स्थानों पर प्रतिबंध रहेगा जुलूस, प्रदर्शन और शोभायात्रा
बता दें कि बीते साल 2019 में देहरादून में जुलूस, प्रदर्शन, यात्राएं व रैलियों की अनुमति के लिए पुलिस प्रशासन के पास 160 आवेदन आए थे. इन सभी को अनुमति देने के बाद पुलिस को खासी परेशानियों से जूझना पड़ा था. इनसे शहर के बीचों-बीच कई बार जाम की स्थिति पैदा हुई, जिसे खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट गये. इसके अलावा शहर वासियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.
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जिसे ध्यान में रखते हुए अब सड़कों पर कार्यक्रम करने वाले आवेदकों से सहमति बनाकर शहर के सहारनपुर चौक, आढ़त बाजार, प्रिंस चौक, कोर्ट रोड, दून अस्पताल, घंटाघर, दर्शन लाल चौक, क्वालिटी चौक, लैंसडाउन चौक, कनक चौक व चकराता रोड जैसे व्यस्ततम स्थानों पर कार्यक्रमों को प्रतिबंध किया जाएगा. हालांकि इन सभी कार्यक्रमों के लिए स्टेकहोल्डर से सामंजस्य बना कर शहर के अन्य स्थानों पर प्रदर्शन, जुलूस, शोभायात्रा व रैली निकालने के लिए स्थान चिन्हित किए जाएंगे.
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आम सहमति बनाने के बाद ही प्रतिबंध का नियम लागू होगा: डीआईजी
देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि शहर के सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाले स्थानों में यातायात बहाल रखने के लिए प्लान बनाया जा रहा है. रैली, प्रदर्शन, जुलूस व शोभा यात्राओं को निकालने वाले लोगों से आम सहमति बनाने के बाद ही शहर के अंदर प्रतिबंध की व्यवस्था बनाई जाएगी. साथ ही उनके कार्यक्रमों के लिए भी स्थान चिन्हित किया जाएगा.