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Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को इन चीजों का लगाएं भोग, इनके बिना अधूरी है पूजा

महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के अभिषेक के साथ उन्हें खास भोग लगाने का भी विशेष महत्व होता है. भगवान शिव को बेल-पत्र चढ़ाने के बाद कई प्रकार के पकवान का भोग भी लगाया जाता है. इसके अलावा भांग भी भगवान शिव को प्रिय है, इसलिए भक्त भांग से बने पकवान का भी भोग लगाते हैं व सेवन करते हैं...

Mahashivratri 2023
महाशिवरात्रि पर भोग-प्रसाद
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Published : Feb 4, 2023, 11:59 AM IST

Updated : Feb 17, 2023, 10:28 PM IST

नई दिल्लीः महाशिवरात्रि का पावन पर्व मां गौरी और भगवान शंकर की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है. महाशिवरात्रि पर भक्त भगवान शिव की पूजा के साथ व्रत भी रखते हैं. महाशिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा लोगों के कष्ट और संकट भी दूर होते हैं. इस दिन भक्त खुद स्नान करने के बाद भगवान शिव का दूध, दही, घी, शहद, चंदन से अभिषेक करते हैं. इसके बाद महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की बेलपत्र, भांग, धतूरा, मदार पुष्प, सफेद चंदन, सफेद फूल, मौसमी फल, गंगाजल, गाय के दूध से विधिपूर्वक पूजा की जाती है. इसके बाद शिव को तरह-तरह का भोग लगाया जाता है.

महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को भांग चढ़ाने का भी विशेष महत्व है. मान्यता है कि भांग, भगवान शिव को बेहद प्यारा होता है. महाशिवरात्रि के मौके पर भोलेनाथ को भांग का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में उसका सेवन भी किया जाता है. भक्त इस दिन तरह-तरह के पकवान बनाकर भी भगवान शिव को भोग लगाते हैं. कहा जाता है कि भोग लगाने से भगवान शिवशंकर जल्दी प्रसन्न होते हैं. कहीं-कहीं इस दिन भगवान शिव की बारात भी निकाली जाती है. छोटे-छोटे बच्चों को भगवान शिव और मां पार्वती का रूप दिया जाता है. बारात में हजारों लोग शामिल होकर भगवान शिव का आशीर्वाद लेते हैं.

इसका लगाएं भोग
मालपुआ: मान्यता है कि मालपुआ भगवान शिव को बहुत प्रिय है. मालपुआ में आप थोड़ा-सा भांग भी मिला सकते हैं. इससे मालपुए का स्वाद भी बढ़ जाता है. या बिना भांग मिलाए भी आप भगवान शिव को भोग लगा सकते हैं.

Mahashivratri 2023
महाशिवरात्रि पर भोग और प्रसाद

ठंडाई
महाशिवरात्रि पर भोग के रूप में अधिकतर लोग भगवान शिव को भोग लगाया जाता हैं. ठंडाई में दूध, चीनी, बादाम, काजू, पिस्ता, इलायची और केसर भी मिलाते हैं. इसके अलावा इसमें भांग भी मिला सकते हैं. इससे न सिर्फ इसका स्वाद दोगुना होता है बल्कि भोलेनाथ भी बहुत प्रसन्न होते हैं. भक्त भी ठंडाई का सेवन प्रसाद के रूप में करते हैं. शिवरात्रि से पहले ही थोड़ी-बहुत गर्मी होने लगती है. इस कारण ठंडाई शरीर को गर्मी से राहत भी देती है.

लस्सी
लस्सी में भी भांग मिलाकर भगवान शिव को भोग लगाया जाता है. इसके लिए आधा किलो दही में थोड़ा दूध, चीनी और चम्मचभर के करीब भांग पाउडर मिला दें. इसको अच्छे से मिक्स कर लें. इसके बाद आप भगवान शिव को भांग वाली लस्सी का भोग लगा सकते हैं. साथ ही आप भी प्रसाद के रूप में सेवन कर सकते हैं. आप व्रत के बाद या पूजे में भी लस्सी चढ़ा सकते हैं.

भांग के पकौड़े
महाशिवरात्रि के दिन बिना प्याज और लहसुन के भांग के पकौड़े बनाकर भगवान शिव को भोग लगाया जाता है. इसके लिए बेसन और सब्जियों का प्रयोग किया जाता है. इसे प्रसाद के तौर पर भगवान शिव को अर्पित किया जाता है. भांग के पकौड़े को व्रत के बाद भी खाया जा सकता है. लोग प्रसाद के में रूप भी इसका सेवन करते हैं.

मखाने की खीर
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को मखाने की खीर का भोग भी लगाया जाता है. व्रत के अलावा मखाने की खीर को विशेष अवसरों पर भी बनाया जाता है. इसे बनाना भी बेहद ही आसान है. मखाने की खीर में चावल की जगह भूने हुए मखाने का इस्तेमाल किया जाता है. इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप चाहें तो इसमें केसर और इलाइची पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. या मेवा भी डाल सकते हैं.

Mahashivratri 2023
महाशिवरात्रि पर भोग-प्रसाद

शिव और पार्वती की पूजा
मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा मां पार्वती की पूजा के बिना अधूरी है. दोनों की पूजा करने से धन-धान्‍य, सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है. पौराणिक कथा है कि एक बार मां पार्वती ने भगवान शंकर से पूछा कि ऐसा कौन-सा व्रत है, जिससे मृत्युलोक के प्राणी आपकी कृपा सहज प्राप्त कर लेते हैं? जिसके जवाब में भगवान शिवजी ने पार्वती को 'शिवरात्रि' के व्रत का उपाय बताया. तब से महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.
नोटः इस लेख में दी गई जानकारी और सूचना सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ईटीवी भारत इनकी पुष्टि नहीं करता है.

ये भी पढ़ेंः Mahashivratri 2023 : अबकी बार बेहद खास है महाशिवरात्रि का पर्व, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ शनि प्रदोष का दुर्लभ संयोग

नई दिल्लीः महाशिवरात्रि का पावन पर्व मां गौरी और भगवान शंकर की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है. महाशिवरात्रि पर भक्त भगवान शिव की पूजा के साथ व्रत भी रखते हैं. महाशिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा लोगों के कष्ट और संकट भी दूर होते हैं. इस दिन भक्त खुद स्नान करने के बाद भगवान शिव का दूध, दही, घी, शहद, चंदन से अभिषेक करते हैं. इसके बाद महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की बेलपत्र, भांग, धतूरा, मदार पुष्प, सफेद चंदन, सफेद फूल, मौसमी फल, गंगाजल, गाय के दूध से विधिपूर्वक पूजा की जाती है. इसके बाद शिव को तरह-तरह का भोग लगाया जाता है.

महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को भांग चढ़ाने का भी विशेष महत्व है. मान्यता है कि भांग, भगवान शिव को बेहद प्यारा होता है. महाशिवरात्रि के मौके पर भोलेनाथ को भांग का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में उसका सेवन भी किया जाता है. भक्त इस दिन तरह-तरह के पकवान बनाकर भी भगवान शिव को भोग लगाते हैं. कहा जाता है कि भोग लगाने से भगवान शिवशंकर जल्दी प्रसन्न होते हैं. कहीं-कहीं इस दिन भगवान शिव की बारात भी निकाली जाती है. छोटे-छोटे बच्चों को भगवान शिव और मां पार्वती का रूप दिया जाता है. बारात में हजारों लोग शामिल होकर भगवान शिव का आशीर्वाद लेते हैं.

इसका लगाएं भोग
मालपुआ: मान्यता है कि मालपुआ भगवान शिव को बहुत प्रिय है. मालपुआ में आप थोड़ा-सा भांग भी मिला सकते हैं. इससे मालपुए का स्वाद भी बढ़ जाता है. या बिना भांग मिलाए भी आप भगवान शिव को भोग लगा सकते हैं.

Mahashivratri 2023
महाशिवरात्रि पर भोग और प्रसाद

ठंडाई
महाशिवरात्रि पर भोग के रूप में अधिकतर लोग भगवान शिव को भोग लगाया जाता हैं. ठंडाई में दूध, चीनी, बादाम, काजू, पिस्ता, इलायची और केसर भी मिलाते हैं. इसके अलावा इसमें भांग भी मिला सकते हैं. इससे न सिर्फ इसका स्वाद दोगुना होता है बल्कि भोलेनाथ भी बहुत प्रसन्न होते हैं. भक्त भी ठंडाई का सेवन प्रसाद के रूप में करते हैं. शिवरात्रि से पहले ही थोड़ी-बहुत गर्मी होने लगती है. इस कारण ठंडाई शरीर को गर्मी से राहत भी देती है.

लस्सी
लस्सी में भी भांग मिलाकर भगवान शिव को भोग लगाया जाता है. इसके लिए आधा किलो दही में थोड़ा दूध, चीनी और चम्मचभर के करीब भांग पाउडर मिला दें. इसको अच्छे से मिक्स कर लें. इसके बाद आप भगवान शिव को भांग वाली लस्सी का भोग लगा सकते हैं. साथ ही आप भी प्रसाद के रूप में सेवन कर सकते हैं. आप व्रत के बाद या पूजे में भी लस्सी चढ़ा सकते हैं.

भांग के पकौड़े
महाशिवरात्रि के दिन बिना प्याज और लहसुन के भांग के पकौड़े बनाकर भगवान शिव को भोग लगाया जाता है. इसके लिए बेसन और सब्जियों का प्रयोग किया जाता है. इसे प्रसाद के तौर पर भगवान शिव को अर्पित किया जाता है. भांग के पकौड़े को व्रत के बाद भी खाया जा सकता है. लोग प्रसाद के में रूप भी इसका सेवन करते हैं.

मखाने की खीर
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को मखाने की खीर का भोग भी लगाया जाता है. व्रत के अलावा मखाने की खीर को विशेष अवसरों पर भी बनाया जाता है. इसे बनाना भी बेहद ही आसान है. मखाने की खीर में चावल की जगह भूने हुए मखाने का इस्तेमाल किया जाता है. इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप चाहें तो इसमें केसर और इलाइची पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. या मेवा भी डाल सकते हैं.

Mahashivratri 2023
महाशिवरात्रि पर भोग-प्रसाद

शिव और पार्वती की पूजा
मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा मां पार्वती की पूजा के बिना अधूरी है. दोनों की पूजा करने से धन-धान्‍य, सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है. पौराणिक कथा है कि एक बार मां पार्वती ने भगवान शंकर से पूछा कि ऐसा कौन-सा व्रत है, जिससे मृत्युलोक के प्राणी आपकी कृपा सहज प्राप्त कर लेते हैं? जिसके जवाब में भगवान शिवजी ने पार्वती को 'शिवरात्रि' के व्रत का उपाय बताया. तब से महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है.
नोटः इस लेख में दी गई जानकारी और सूचना सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ईटीवी भारत इनकी पुष्टि नहीं करता है.

ये भी पढ़ेंः Mahashivratri 2023 : अबकी बार बेहद खास है महाशिवरात्रि का पर्व, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ शनि प्रदोष का दुर्लभ संयोग

Last Updated : Feb 17, 2023, 10:28 PM IST
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