अयोध्या : आगामी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. अयोध्या में चल रहे सभी विकास कार्यों को 31 दिसंबर तक पूरा करने की टाइमलाइन दी गई है. साथ ही राम मंदिर के प्रथम तल का काम 80 फीसदी से अधिक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके बाद सिर्फ शिखर का निर्माण ही शेष रहेगा. लगभग 5 दिन के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होने हैं, जिन्हें काशी के विद्वान संपन्न कराएंगे.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरि महाराज ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी कार्ययोजना पहले से ही तय है. अयोध्या के सभी महंतों की सहमति से कांची कामकोटी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती की निगरानी और मार्गदर्शन में आचार्यों की टोली का चयन हुआ है. जिसमें काशी के प्रसिद्ध विद्वान लक्ष्मीकांत शास्त्री प्रमुख आचार्य रहेंगे. उनके साथ 150 पंडितों की टोली रहेगी जो विभिन्न प्रकार के पारायण यज्ञ आदि के काम संपन्न कराएगी. यह सारे अनुष्ठान पंडित गणेश्वर शास्त्री की देखरेख में होंगे.
अयोध्यावासी करेंगे भगवान राम के नवीन विग्रह के दर्शन
महोत्सव से जुड़े सभी कार्य 17 जनवरी से प्रारंभ होंगे. इसके तहत सबसे पहले 17 जनवरी को भगवान राम के विग्रह को अयोध्या में नगर दर्शन कराया जाएगा. भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. उसके बाद उन्हें मंदिर में स्थापित किया जाएगा. 18 जनवरी से विभिन्न प्रकार के संकल्प पारायण अनुष्ठान होंगे. यह सभी कार्य वैदिक पद्धति के अनुसार संपन्न होंगे. 22 जनवरी को 12. 20 बजे मृग शिरा नक्षत्र में भगवान रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी.
रामलला को लगेगा 56 प्रकार का भोग, सबसे पहले पीएम मोदी उतारेंगे आरती
सदियों की प्रतीक्षा के बाद भगवान भव्य मंदिर निर्माण की खुशी पूरे विश्व के रामभक्त मना रहे हैं. 22 जनवरी को 12. 20 बजे जब भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होगा और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले भगवान राम की आरती उतारेंगे, उस मंगल घड़ी की प्रतीक्षा सभी को है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान ही भगवान राम और उनके तीनों भाइयों को 56 प्रकार का भोग अर्पित किया जाएगा. सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी ही आरती उतारेंगे. इसके बाद अन्य विशिष्ट अतिथियों को अवसर मिलेगा. इस पूरे आयोजन को भव्य रूप देने के लिए अयोध्या में तैयारियां अंतिम चरण में हैं.
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