उत्तरकाशी (उत्तराखंड): पुरोला में मुस्लिम युवक की ओर से नाबालिग हिंदू लड़की भगाने की साजिश के बाद उपजा विवाद अभी शांत होता नहीं दिख रहा है. पुरोला में तनाव का माहौल है. इतना ही नहीं हिंदू संगठनों ने 15 जून को महापंचायत भी बुलाई है. इधर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और माहौल खराब न हो, इसके देखते हुए महापंचायत की अनुमति नहीं दी है. इसके साथ ही पुलिस पुरोला में धारा 144 लागू करने की तैयारी कर रही है. ताकि, शांति व्यवस्था बनी रहे. उधर, पुरोला में महापंचायत की अगुवाई को लेकर प्रधान संगठन बैकफुट पर आ गया.
![Police Preparing to imposed section 144 in Purola](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/uk-utt-01-police-vis-uk10043_13062023145336_1306f_1686648216_510.jpg)
बैकफुट में प्रधान संगठनः दरअसल, प्रधान संगठन पुरोला ने बीते सोमवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर महापंचायत करने की सूचना दी थी. वहीं अब ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष अंकित रावत ने आज एसडीएम को दिए ज्ञापन में कहा कि महापंचायत को लेकर प्रधान संगठन किसी प्रकार की अगुवाई नहीं करेगा. क्षेत्रीय हित में वो जनता के साथ हैं. साथ ही महापंचायत में अगर कोई कानून का उल्लंघन होता है तो उसमें उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं रहेगी.
ये भी पढ़ेंः पुरोला में हिंदू लड़की को भगाने का मामला, हिंदू संगठनों के बाद अब मुस्लिम समुदाय करेगा महापंचायत!
पुरोला में महापंचायत में विहिप नेताओं के आने की संभावनाः प्रधान संगठन का अभद्रता करने वालों से कोई ताल्लुक नहीं रहेगा. कानून का उल्लंघन करने वाले की जिम्मेदारी खुद की होगी. वहीं, विश्व हिंदू परिषद ने पुरोला में महापंचायत की सूचना ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को दी है. जिला मुख्यालय में भी हिंदू परिषद के नेताओं के आने की संभावना है. जिसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने कमर कस ली है.
पुरोला में धारा 144 लागू करने की तैयारीः मामले उत्तरकाशी एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि महापंचायत को लेकर किसी भी संगठन को अनुमति नहीं दी जाएगी. अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जाएगी. जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि जो भी महापंचायत करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. वहीं, भविष्य में उस संगठन से जुड़े किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार का लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः पुरोला पहुंचे DM और SP, जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक, दुकानें खोलने पर बनी सहमति
पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल बोले, कुछ लोग बना रहे राजनीतिक प्रकरणः वहीं, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल का कहना है कि पुरोला में अभी शांत माहौल है. लोग अपने भाईचारे के साथ रह रहे हैं. कुछ लोग इसे अब राजनीतिक प्रकरण बना रहे हैं. जो लोग व्यवसाय करने आ रहे हैं, अगर कोई गलत कर रहा है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
![Purola MLA Durgeshwar Lal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18743429_mladurgeshwarlalstatement.png)
कानून हाथ में लिया तो होगी कड़ी कार्रवाईः उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि डीजीपी अशोक कुमार ने सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ कानून व्यवस्था को लेकर एक बैठक की है. खासतौर पर पुरोला और उत्तरकाशी की स्थिति को लेकर. बैठक में IG रेंज के अधिकारी भी मौजूद थे. उस बैठक में सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि उन्हें किसी भी कीमत पर कानून व्यवस्था बनाए रखनी है. जो भी कानून को अपने हाथों में लेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
![Communal Tension in Uttarkashi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/18743429_vmurugeshanlow.png)
क्या था मामला? बीते 26 मई को उत्तरकाशी के पुरोला में मुस्लिम युवक उबैद ने अपने दोस्त जितेंद्र सैनी के साथ मिलकर एक हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश की थी. जिन्हें स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया था और पुलिस को सौंप दिया था. दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद के निवासी हैं, जो पुरोला में रजाई और गद्दे की दुकान पर काम करते थे.
इस प्रकरण को लेकर पुरोला समेत पूरे उत्तरकाशी जिले में मुस्लिम समुदाय और बाहरी व्यापारियों के खिलाफ आक्रोश का माहौल हो गया था. इतना ही नहीं पुरोला में कई मुस्लिम समुदाय और बाहरी व्यापारियों ने दुकानें खाली कर दी. साथ ही पुरोला छोड़कर वापस जाना शुरू कर दिया है.
ये भी पढ़ेंः पुरोला में मुस्लिम व्यापारी ने छोड़ी दुकान, 42 सालों से बेच रहे थे कपड़े