हापुड़ः नगर पुलिस और साइबर सेल टीम ने एक ऐसे साइबर ठग गैंग का खुलासा किया है. जो पाकिस्तान और बांग्लादेश में बैठे हुए आकाओं के लिए काम करता था. पुलिस ने तीन शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार कर उनके पास से मोबाइल फोन, नगदी और एक लग्जरी कार बरामद की है.
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि हापुड़ कोतवाली नगर में साइबर क्राइम से संबंधित एक मुकदमा दर्ज किया गया था. पीड़ित ने बताया था कि उसने एक ऐप के माध्यम से लोन लिया था. लोन से अधिक पैसे देने के लिए उस पर प्रेशर डाला जा रहा था. इसके साथ ही उसकी न्यूड फोटो वायरल करने की धमकी दी जा रही थी. साइबर क्राइम की टीम ने इस केस को तह तक इन्वेस्टिगेट किया. पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनके नाम प्रशांत, अभिषेक और जितेंद्र है और यह सभी दिल्ली के रहने वाले हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ लोन एप जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है. जिससे लोग स्मॉल लोन लेते हैं. जैसे 4000 या 5000 का लोन ले लेते हैं. लोन वापस लेने के लिए वह पीड़ित को न्यूड फोटो वायरल करने की धमकी देते हैं.
पाकिस्तान में बैठा व्यक्ति उपलब्ध कराता था डाटाः एसपी ने बताया कि इस पूरे मामले में एक बड़ी बात यह पता चली है कि आरोपी ठगों को जो ऐप का डाटा पाकिस्तान और बांग्लादेश के माध्यम मिलता था. इसमें पाकिस्तान के एक व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है. जो ऑनलाइन चैट के माध्यम से इनको अपना पूरा डाटा प्रोवाइड करता था और बिटकॉइन के माध्यम से पेमेंट इंडिया से पाकिस्तान भेजी जाती थी. इस पूरे मामले में एक शहजादा नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया है, जो पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला है. शहजादा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करके इनको सभी की डिटेल्स प्रोवाइड करता था और फ्रॉड करने के लिए जो पैसे हैं, उनके अकाउंट में ट्रांसफर किए जाते हैं. एसपी ने बताया कि आरोपियों के पास से लैपटॉप, नगदी, मोबाइल और एक कार बरामद हुई है. मुख्य आरोपी जिसने इन लोगों का पाकिस्तान और बांग्लादेश में बैठे हुए लोगों से कांटेक्ट कराया था, वह भी फरार है. उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है.
इस तरह करते थे ठगीः पकड़े गए तीनों शातिर ठगों ने बताया कि यह लोग अपने साथी नूर मोहम्मद के साथ मिलकर फर्जी चाइनीस लोन एप के द्वारा लोगों से धोखाधड़ी से अवैध धन वसूल का काम करते थे. जिन लोगों को लोन की आवश्यकता होती थी. वह लोग ऑनलाइन गूगल पर या प्ले स्टोर पर लोन एप सर्च करते थे. प्ले स्टोर या गूगल पर अलग-अलग नामों से फर्जी लोन एप क्रेजी मंकी एप, TAKA APP, कैश लोन एप, इंस्टा लोन एप बना रखे थे. जैसे ही लोग इन लोन ऐप को डाउनलोड करके इंस्टॉल करते थे तो ऐप ओपन होने के बाद एक लिंक खुलता था. जिसमें उनकी व्यक्तिगत जानकारी, मोबाइल नंबर, बैंक खाता ,पैन कार्ड, आधार कार्ड व स्वयं का सेल्फी फोटो आदि की डिटेल सबमिट की जाती थी. सबमिट करने वाले व्यक्ति के मोबाइल की फोन बुक का डाटा व उसके द्वारा लिंक में भरी गई व्यक्तिगत जानकारी भी कंपनी के पास आ जाती थी. इन फर्जी एप का संचालन पाकिस्तान व अन्य देशों से होता था. आरोपी इन लोगों से व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए खरीद लेते थे. फिर यह लोग उस डाटा से लोगों की आवश्यकता के अनुसार उन्हें 1000 से 10000 तक का लोन उनके बैंक खाते या गूगल पेटीएम आदि पर ट्रांसफर कर देते थे.
अश्लील फोटो बनाकर देते थे धमकीः कुछ दिन बाद उन लोगों द्वारा लोन के नाम पर दी गई धनराशि से कई गुना धनराशि वसूलने के लिए वर्चुअल व्हाट्सएप नंबर से लोगों की फोटो को एडिट करके अश्लील फोटो बनाकर उनके फोन बुक से चुराए गए मोबाइल नंबरों पर वायरल करने की धमकी देकर अवैध धनराशि की वसूली की जाती थी. लोगों से अवैध धनराशि वसूल करने के बाद पाकिस्तान में in-app के संचालकों को पैसा BINANCE क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से ट्रांसफर कर देते थे.
लोन लेने वाले व्यक्ति की अश्लील फोटो रिश्तेदारों को भेजाः हापुड़ के रहने वाले शिकायतकर्ता के साथ भी इन लोगों ने इसी प्रकार क्रेजी मंकी एप डाउनलोड कराकर लिंक में उसके द्वारा भरी गई डिटेल में उसके मोबाइल की फोन बुक का डाटा लेकर उसकी फोटो को एडिट करके न्यूड फोटो बनाकर उसके रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर के व्हाट्सएप पर भेज कर उससे पैसे वसूल किए थे. आरोपियों ने इसके अतिरिक्त देश में हजारों लोगों के साथ इस प्रकार की ठगी की घटना को अंजाम दिया है.
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