नई दिल्ली : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से अपने मतभेदों की असल वजह बताई. उन्होंने कहा कि गांधी और गोडसे की विचारधारा को लेकर हम दोनों में मतभेद रहा है.
किशोर ने कहा कि गांधी और गोडसे साथ नहीं चल सकते हैं. पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरा और नीतीश जी का संबंध राजनीतिक नहीं था.
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प्रशांत किशोर ने कहा कि वह मुझे अपना बेटा मानते थे. उन्होंने कहा कि नीतीश के फैसले का मैं दिल से स्वागत करता हूं.
पीके ने कहा कि वो मुझे लेकर पार्टी में आएं थे और उनका विशेषाधिकार है कि वो मुझे रखें या बाहर करें. उन्होंने कहा कि समृद्ध भारत और समृद्ध भारत के लिए चापलूसी करने को लेकर नीतीश कुमार से मेरा मतभेद है. उनका कहना कि राजनीति में बने रहने के लिए थोड़ा सा समझौता करना पड़ता है.
वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश उनके साथ हैं जो गोडसे की विचार धारा को मानते हैं, लेकिन गांधी और गोडसे एक साथ नहीं चल सकते हैं.
जिन बातों का पिछले कई दिनों से कयास लगाया जा रहा था उसपर प्रशांत किशोर ने विराम लगा दिया है. प्रशांत किशोर से साफ-साफ शब्दों में कहा कि वह किसी पार्टी से नहीं जुड़ने जा रहे हैं और ना ही किसी पार्टी के लिए काम करेंगे. पीके ने कहा कि आगामी 20 फरवरी से वह 'बात बिहार की' कैंपेन चलाने जा रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरा सपना है कि आने वाले 10 सालों में बिहार को देश के 10 अग्रणी राज्यों में लाकर खड़ा करना है. इसके लिए जो भी लोग हमारे साथ जुड़ेंगे उनका हम स्वागत करेंगे. अगर नीतीश कुमार या सुशील मोदी भी जुड़ना चाहें तो उनका भी स्वागत हैं.
'20 मार्च तक 10 लाख सदस्यों का लक्ष्य'
प्रशांत किशोर ने कहा कि जब तक जिवित हूं बिहार के लिए समर्पित हूं. बिहार में चुनाव लड़ने/लड़ाने नहीं आया हूं. नवयुवक को आगे लाना है. 20 मार्च तक 10 लाख लोगों को इसमें रजिस्टर करवाना है.
'पिछलग्गू बनने से काम नहीं चलेगा'
पीके ने कहा कि दूसरे राज्यों के लोग बिहार क्यों नहीं आ रहे हैं? सिर्फ बिहार के लोग ही बाहर क्यों जा रहे हैं? पिछलग्गू बनने से काम नहीं चलेगा. सिर्फ लालू राज की तुलना करने से क्या लाभ है? आप अपनी तुलना महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात से क्यों नहीं करते हैं?
'15 साल में कुछ नहीं बदला'
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से पूछा कि अगले 10 साल में बिहार के लिए क्या ब्लू प्रिंट है, आप जनता को बताइए. उन्होंने एक आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि बिहार को अग्रणी राज्यों में लाना है तो प्रति व्यक्ति आय 8 गुणा करनी होगी. 15 साल पहले भी आप 22वें नंबर पर थे और आज भी वहीं खड़े हैं.
तेजस्वी के बहाने वार
अप्रत्यक्ष रूप से प्रशांत किशोर ने तेजस्वी के बहाने नीतीश कुमार पर वार किया. उन्होंने कहा कि अगर कोई बिहार का लड़का फेसबुक ट्विटर चलाना चाहते हैं तो आप माजाक क्यों उड़ाते हैं. आखिर कब तक बिहार पिछड़ा रहेगा.
प्रशांत किशोर पर पलटवार करते हुए जनता दल यूनाइटेड के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर के पास जानकारियां कम हैं साथ ही उन्होंने कहा कि वह एक राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं है इसिलिए हम उनकी बातों का गंभीरता से नहीं लेते हैं
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ना किसी के 'पिछलग्गू थे और ना ही रहेंगे. उनपर इस तरह के आरोप लगाकर बिहार के अस्मिता पर हमला करने का दुष्प्रचार किया जा रहा है.