मुंबई : आर्यन खान केस को लेकर प्रभाकर सेल के दावे पर NCB ने सफाई देते हुए कहा है कि प्रभाकर सेल को अपना मामला सोशल मीडिया के बजाय कोर्ट में पेश करना चाहिए. NCB का कहना है कि एक मामले में गवाह प्रभाकर सेल का हलफनामा संज्ञान में आया है. चूंकि वह गवाह है और मामला विचाराधीन है, इसलिए उन्हें सोशल मीडिया के बजाय कोर्ट में अपनी अपील प्रस्तुत करने की आवश्यकता है. हमारे जोनल निदेशक, समीर वानखेड़े ने आरोपों से इनकार किया है.
इससे पहले आर्यन खान ड्रग्स केस में गवाह बनाए गए प्रभाकर सेल ने एक हलफनामा देकर चौंकाने वाले खुलासे किए. प्रभाकर ने एनसीबी के जोनल प्रमुख समीर वानखेड़े और दूसरे गवाह केपी गोसावी के खिलाफ बड़े आरोप लगाए हैं. आरोप लगाने वाला प्रभाकर खुद को केपी गोसावी का बॉडीगार्ड बता रहा है.
प्रभाकर ने आरोप लगाया है कि उसने केपी गोसावी और सैम को 25 करोड़ रुपये की बात करते सुना था और 18 करोड़ रुपये में बात बन गई, ऐसा कहते सुना है. प्रभाकर का दावा है कि गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपये NCB अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी.
बता दें कि केपी गोसावी वही शख्स है जिसकी तस्वीर आर्यन खान के साथ वायरल हुई थी. वह प्राइवेट डिटेक्टर है.
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प्रभाकर ने यह भी दावा किया है कि क्रूज पर छापेमारी के बाद शाहरुख खान की मैनेजर पूजा डडलानी के साथ केपी गोसावी और सैम को नीले रंग की मर्सिडीज कार में एकसाथ करीब 15 मिनट तक बात करते देखा था.
प्रभाकर ने कहा कि उसके बाद गोसावी ने उसे फोन किया था और बतौर पंच बनने को कहा था. उसने बताया है कि NCB ने उससे 10 सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाए थे.