वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस का विकास जापान के शहर क्योटो की तर्ज पर करना चाहते हैं, लेकिन वाराणसी नगर निगम और जलकल की लापरवाही का मामला सामने आते ही पीएम का यह सपना टूटता नजर आ रहा है. ताजा मामला जलकल विभाग से जुड़ा है. विभाग के दो अधिकारियों पर महिला पार्षद सीता शर्मा ने दुर्व्यवहार और साड़ी खींचने का आरोप लगाया है. अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की न्याय की मांग को लेकर 24 घंटे से महिला पार्षद जलकल ऑफिस पर धरने पर बैठी हैं. महिला पार्षद ने भेलूपुर थाने में लिखित शिकायत भी दी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पूरा मामला
जिले के नवाब गंज वार्ड नंबर 14 में सीवर और पेयजल की समस्या को लेकर पिछले कई दिनों से अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी समाधान नहीं हुआ. जिसे लेकर गुरुवार को महिला पार्षद जब कार्यालय पहुंचीं, तो वहां मौजूद 10 से 15 अधिकारियों ने गाली देते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
पार्षद सीता शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में पिछले 3 हफ्तों से सीवर बह रहा है, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. नवरात्रि के पवित्र पर्व में भी लोग गंदे पानी से होकर गुजर रहे हैं. जेईई और अभियंता के कहने के बाद भी किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. क्षेत्र की जनता लगातार शिकायत कर रही है. महिला पार्षद में आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र होने के नाते भी यहां पर अधिकारी महिला के साथ धक्का-मुक्की करते हैं, साड़ी खींचते हैं.
महिला पार्षद ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए न्याय की मांग की. साथ ही कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाए. पार्षद ने बताया कि अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की शिकायत उन्होंने भेलूपुर थाने में की है. उन्होंने कहा कि जो अधिकारी जनता का कार्य नहीं कर सकते, उनको यहां रहने का कोई अधिकार नहीं हैं.
इस मामले पर संबंधित अधिशाषी अभियंता आनंद त्रिपाठी ने अवगत कराया है. महिला पार्षद के पति अक्सर यहां पर आते हैं, बिना काम के घंटों रहते हैं. काम में डिस्टरबेंस पैदा करते हैं. एक्सईन के साथ गाली-गलौज करते हैं. मारने-पीटने की कोशिश भी किया करते हैं. मौजूद लोगों ने देखा है और उसकी तहरीर भी लोगों ने थाने पर दी है. पूर्व में भी महिला पार्षद के परिवार के सदस्यों द्वारा अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया है.
राघवेंद्र कुमार, महाप्रबंधक जलकल