वाराणसी : जिले के लहरतारा स्थित कबीर प्राकट्य स्थल पर 4 जनवरी 2022 को घुसकर मारपीट करने के मामले को लेकर, महंत गोविंद दास शास्त्री का कहना है कि यह माफियाओं द्वारा कब्जा करने के उद्देश्य से हमला किया गया था. अपराधियों ने मंदिर में रखे पैसे, जेवरात एवं फूल मालाएं, ताला तोड़कर लूट लिए थे. ये लोग कबीरपंथी से जुड़े हुए हैं. महंत गोविंदा शास्त्री ने आगे बताया कि पूजा कर रहे श्याम दास जी पर लोगों ने हमला कर बुरी तरह मारा था.
दरअसल, वाराणसी के लहरतारा स्थित कबीर प्राकट्य स्थल के महंत गोविंद दास शास्त्री ने बताया कि 4 जनवरी 2022 को शाम 7 बजे के आसपास विवेक दास शिष्य अमृत दास द्वारा कबीर मठ के पुजारी श्याम दास को बंधक बना लिया गया. मठ में स्थित कमरों के दरवाजों का ताला को तोड़कर, उसमें रखे कागजात और अलमारियों में रखे रुपये, सोने की सिकड़ी व बुक स्टाल में रखे माला-कंठी, सहित पूजा की सामग्री और ग्रंथों को लूटकर फरार हो गए थे.
कबीर प्राकट्य स्थल के महंत गोविंद दास शास्त्री ने कहा कि पिछले चार-पांच सालों में मेरे द्वारा कबीर मठ में किए गए विकास कार्यों को देखते हुए, कुछ लोग नहीं चाहते कि यहां पर विकास कार्य किया जाए. जमीन पर भू-माफिया कब्जा करना चाहते हैं, इसी को लेकर यह सब उत्पात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कैंट विधायक सौरव श्रीवास्तव द्वारा 50 लाख रुपये में भवन का निर्माण कराया जा रहा है. वही, मंत्री नीलकंठ तिवारी द्वारा 7 करोड़ रुपये से इसका विकास कार्य किया जा रहा है.
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इसके साथ ही महंत गोविंदा शास्त्री ने कहा कि मेरे ऊपर जान का खतरा है. इसको लेकर उन्होंने प्रशासन से पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है. गोविंद शास्त्री ने आगे बताया कि कबीर चौरामठ में कुछ अराजकतत्वों का कब्जा है, जिससे सभी लोग परेशान हैं. सरकार से हमारी मांग है कि सबका आधार कार्ड देखकर इसकी जांच किया जाए, जिससे लोग कबीरपंथ को बदनाम न कर सकें. उन्होंने ये भी कहा कि यहां पर अपराधी लोगों का वर्चस्व है, इस तरफ भी प्रशासन ध्यान दे.
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