लखनऊ : लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड का गोमती नगर वर्कशॉप अब रोडवेज के नए बस स्टेशन में शिफ्ट हो गया, जिससे गोमती नगर डिपो खत्म हो गया है. सभी सिटी बसें अब दुबग्गा डिपो में हैं लेकिन वर्कशॉप और बस स्टेशन की आवश्यकता बनी हुई है. इस समस्या को हल करने के लिए नगरीय परिवहन निदेशालय ने वृंदावन स्थित पी4 पार्किंग में नई वर्कशॉप और बस स्टेशन बनाने का प्लान तैयार किया है. यह परियोजना पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर आधारित होगी और यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की तर्ज पर नगरीय परिवहन निदेशालय लखनऊ में सिटी बसों के लिए अत्याधुनिक कार्यशाला बनाएगा. इसके साथ ही बस स्टेशन और एक बड़ा कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी पीपीपी मॉडल पर वृंदावन योजना स्थित P4 पार्किंग में तैयार किया जाएगा. यह परियोजना लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के लिए बनाई जा रही हैं. यहां पर बसों का मेंटेनेंस और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. बस स्टेशन के लिए अभी विचार चल रहा है, लेकिन P4 पार्किंग में जगह चिन्हित की जा चुकी है. इस परियोजना से आसपास के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
पी 4 पार्किंग में एंट्री और एग्जिट गेट अलग : वृंदावन योजना स्थित पी4 पार्किंग में सबसे खास बात ये है कि इसके दोनों गेट अलग-अलग दिशा में पहले से ही हैं. ऐसे में एक तरफ से बसें P4 पार्किंग में प्रवेश करेंगे और दूसरी ओर से आराम से बाहर निकल जाएंगी. इसलिए बस स्टेशन बनाए जाने से भी कोई परेशानी नहीं होगी. P4 पार्किंग के आस-पास का एरिया भी ज्यादा व्यस्त नहीं रहता है. सड़कें काफी चौड़ी हैं लिहाजा, यहां पर बसों का आवागमन आसानी से हो सकेगा.
CNG के साथ, इलेक्ट्रिक बसों का भी वर्कशॉप होगा मेंटेन : शहर में संचालित हो रहीं CNG सिटी बसों के साथ ही इलेक्ट्रिक बसों के वर्कशॉप में खड़े होने की पूरी व्यवस्था होगी. इलेक्ट्रिक बसों के लिए यहीं पर चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे बसों को चार्ज करके रूट पर भेजा जाएगा. वर्तमान में शहर में करीब 108 CNG सिटी बसों का संचालन हो रहा है, वहीं करीब 100 एसी और नॉन एसी इलेक्ट्रिक बसें संचालित हो रही हैं. पी4 पार्किंग में वर्कशॉप और बस स्टेशन बनने से हर रोज हजारों यात्रियों को भी सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी.
निदेशालय ने ओपन किया टेंडर : नगरीय परिवहन निदेशालय ने ई टेंडर पोर्टल पर आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) अपलोड कर दिया है. 25 फरवरी को ऑनलाइन प्री बिड मीटिंग की जाएगी. 22 अप्रैल को बिड की ड्यू डेट होगी. 23 अप्रैल को टेक्निकल बिड खोली जाएगी. 29 अप्रैल को टेक्निकल बिड का इवोल्यूशन होगा. 2 मई को प्रेजेंटेशन किया जाएगा. नौ मई को जिस भी कंपनी को पीपीपी मॉडल पर निर्माण कार्य का टेंडर मिलेगा, उसे लेटर ऑफ एजेंसी (LOA) जारी कर दिया जाएगा. 8 फरवरी से लेकर 9 मई तक, इस प्रक्रिया में कुल 90 दिन लगेंगे. जिस कंपनी को टेंडर मिलेगा, वह कंपनी निर्माण कार्य शुरू कर देगी. निदेशालय से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि 2026 तक कार्यशाला बनकर तैयार हो जाएगी. कॉमर्शियल कांपलेक्स का निर्माण कार्य चलता रहेगा.
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आर.के त्रिपाठी का कहना है कि गोमती नगर स्थित कार्यशाला में अब पीपीपी मॉडल पर परिवहन निगम के बस स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. यहां से सिटी बस की वर्कशॉप खत्म हो गई है. अब सिटी बसों को दुबग्गा डिपो में शिफ्ट किया गया है. वृंदावन योजना स्थित पी4 पार्किंग में जगह मिल गई है. अब पीपीपी मॉडल पर इसी पार्किंग में सिटी बस की कार्यशाला बनेगी. बस स्टेशन बनने पर भी मंथन हो रहा है. ऐसा होने से बड़ी संख्या में यात्रियों को भविष्य में राहत मिलेगी.
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