बाराबंकी : मालिक का रुपया हड़पने के लिए मुनीम ने अपने साथ लूट और अपहरण की झूठी साजिश रच डाली. हालांकि पुलिस ने वारदात की कड़ियों को जोड़ा तो साजिश का पर्दाफाश हो गया. पुलिस ने मुनीम को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से पूरी नकदी भी बरामद कर ली गई है.
कुर्सी थाना क्षेत्र के नई बस्ती का रहने वाला निजामुद्दीन पुत्र जमालुद्दीन कस्बा कुर्सी में चोकर की एक दुकान में मुनीम का काम करता है. बुधवार को उसने देवां थाने पर पहुंचकर सूचना दी कि शाम करीब 6 बजे वह मित्तई से 1 लाख 70 हजार रुपये लेकर मोटरसाइकिल से कुर्सी जा रहा था. मित्तई-कुर्सी रोड पर कुछ अज्ञात कार सवार बदमाशों ने कार से टक्कर मारकर उसकी बाइक गिरा दी और जबरन उसे कार में बैठा ले गए. रास्ते मे मेरा मोबाइल और सारे रुपये छीनकर मुझे लखनऊ जिले के बीकेटी के पास उतार कर फरार हो गए.
अपहरण और लूट की सूचना सुनकर पुलिस विभाग में खलबली मच गई. आननफानन पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू की. मुनीम निजामद्दीन की दी गई सूचना पर पुलिस को कुछ संदेह हुआ. मुनीम ने न केवल पुलिस को देरी से सूचना दी थी, बल्कि अपने मालिक को भी काफी देर बाद यह सूचना दी. इन्ही बातों से पुलिस को संदेह हुआ. लिहाजा घटना के लिंक जोड़ने शुरू किए. मुनीम से कड़ाई से पूछताछ में वह टूट गया और उसने जो कहानी बताई उसे सुनकर पुलिसवाले हैरान रह गए.
पूछताछ में मुनीम निजामुद्दीन ने बताया कि मन में रुपयों का लालच आ गया था. उसने सोचा कि अपने साथ लूट की खबर देकर मालिक के रुपये हड़प लेगा. यही वजह रही कि मित्तई से जब वह 1 लाख 70 हजार रुपये लेकर चला तो उसने हड़पने की योजना बनाई. थोड़ी देर बाद उसने देवां थाने में अपने अपहरण और अपने साथ हुई लूट की सूचना दी.
एडिशनल एसपी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि मुनीम निजामुद्दीन ने रुपये हड़पने के लिए पुलिस को भ्रामक सूचना दी थी. निजामुद्दीन ने झूठी सूचना देकर पुलिस को इस मामले में इंगेज कर दिया जिससे पुलिस का कीमती वक्त बर्बाद हुआ. निजामुद्दीन के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा लिखकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी के पास से नकदी भी बरामद कर ली गई है.