वाराणसी : एमएलसी और वाराणसी में कोविड-19 निगरानी के लिए केंद्र सरकार से विशेष तौर पर भेजे गए पीएम मोदी के खास एके शर्मा की अध्यक्षता में आज कमिश्नरी सभागार में मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल तथा जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा संग एक आवश्यक बैठक की गयी. बैठक में सरकारी और निजी अस्पतालों के बच्चों के डाक्टरों संग बैठक कर संभावित कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने की तैयारी को लेकर गहन मंत्रणा की गयी. उन्होंने एक जून से बच्चों के सैंपल कलेक्शन का कार्य शुरू करने तथा गुरूवार से ही बीएचयू के विशेषज्ञों को मास्टर ट्रेनर तैयार करने का निर्देश दिया.
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थर्ड और फोर्थ ईयर के मेडिकल स्टूडेंट्स की लें मदद
विशेषज्ञों द्वारा यह संभावना जतायी जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर सबसे अधिक बच्चों को प्रभावित करेगी. इस लिए बच्चों के आईसीयू तथा इसमें प्रयोग किए जाने वाले आवश्यक उपकरण का विवरण तैयार करने के लिए डाक्टरों की टीम गठित की गयी है. इसके अलावा संक्रमण से पूर्व सुरक्षा की दृष्टि से क्या-क्या विटामिंस व दवाएं दी जा सकतीं हैं, उसकी सूची तैयार की जाए ताकि संक्रमण से बचा जा सके. एमएलसी एके शर्मा ने कहा कि मेडिकल के तीसरे और चौथे वर्ष के छात्रों को मास्टर ट्रेनर द्वारा ट्रेनिंग दिलाए जाने का सुझाव दिया गया ताकि अधिक से अधिक मेडिकल डाॅक्टर उपलब्ध हो सकें. यह तब और भी जरूरी हो जाता है जब आसपास के जिलों को शामिल करते हुए पूरे जोन में एक साथ सैंपलिंग की तैयारी की जा रही है.
बच्चों के अस्पताल में ही होगी उनकी जांच
मंडलायुक्त ने कहा कि बच्चों का इलाज करने वाले प्राइवेट अस्पताल, टेस्ट किट द्वारा अपने अस्पताल में ही आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल कलेक्ट कर सीएमओ को उपलब्ध कराएं. उन्होंने बच्चों के प्रति पेरेंट्स को जागरूक करने तथा प्राइवेट अस्पतालों को अधिक से अधिक सर्विलांस बढ़ाने के लिए भी कहा. एसओपी व प्रजेंटेशन भी तैयार करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया. इसके माध्यम से एहतियात और सुरक्षा सहित अन्य जानकारियां आम लोगों को दी जा सकेंगी.
एमएलसी एके शर्मा ने मंडलायुक्त व जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि बाहर से मंगाए जाने वाले सभी जरूरी उपकरणों, उपकरण बनाने वाली कंपनियों व उनके मूल्य के विवरण सहित सूची उपकरण विशेषज्ञों व डाक्टरों की टीम से तैयार कराएं. इससे उसे शासन को आगे की कार्यवाही हेतु भेजा जा सके.