वाराणसी: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) की भयावहता को नियंत्रित करने के लिए सरकार और प्रशासन के द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए समय-समय पर तमाम योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. इसी क्रम में वाराणसी कमिश्नरेट के द्वारा नई पहल करते हुए P3 मॉडल को लागू किया जा रहा है, जिससे वाराणसी में कोरोनावायरस (Coronavirus in Varansi) के प्रवाह को रोका जा सके.
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कमिश्रर ने तीसरे P के बारे में बताया कि इसका तात्पर्य पनिशमेंट से है, क्योंकि बिना किसी पनिशमेंट के समाज में किसी नियम का पालन कराना थोड़ा मुश्किल है. इसलिए किसी भी आमजन या पुलिसकर्मी के द्वारा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाएगा या किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बरती जाएगी तो उनके लिए जुर्माना व सजा का प्रावधान होगा, जिससे वह सजग रह सकें और इस महामारी से सुरक्षित रह सकें.
ये है उद्देश्य
कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि इस मॉडल को लाने का मुख्य उद्देश्य कोरोना संक्रमण के प्रवाह को नियंत्रित करना है. अभी कोरोना की दूसरी लहर समाप्त हुई है, लेकिन अभी भी इस जंग को हम पूरी तरीके से जीते नहीं हैं. अभी भी इसके भयावह रूप का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में सतर्क व सुरक्षित रहने की आवश्यकता है.