वाराणसीः एक निजी कार्यक्रम में वाराणसी पहुंचे परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा कि परिवहन विभाग को डिजिटल करने पर जोर दिया जा रहा है. ऑनलाइन फूडिंग के स्टार्ट होने के बाद बसों के रनिंग स्टेटस देखने की सुविधा पर काम किया जा रहा है. इससे यात्री ट्रेनों की तरह बसों का रनिंग स्टेट्स मोबाइल पर जान सकेंगे. कहा कि 23 बस डिपो को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाएंगे. इसके लिए कवायद शुरू हो गयी है और 18 डिपो को प्रथम फेज के लिए चिह्नित कर लिया गया है. इसमें वाराणसी का चौधरी चरण सिंह अंतरराज्यीय बस अड्डा भी शामिल है. जल्द ही टेंडर होंगे.
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग पहले से बहुत विकसित हुआ है. यात्रियों को कम पैसे में ज्यादा दूरी तक यात्रा सुलभ कराई जा रही है. कायाकल्प योजना के अंतर्गत बसों की सीटें, खिड़की-दरवाजे ठीक करवाए गए हैं. डिपो में पानी और महिलाओं के बैठने की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा हमने अब बसों में भी रेल की तरह ऑनलाइन फूडिंग की व्यवस्था शुरू की है. इसके अलावा कई ढाबों को परिवहन निगम से अनुबंधित कराया हैं. इन्हीं ढाबों पर अब बसें रुकेंगी. ये वही ढाबे हैं जो परिवहन विभाग के मानक को पूरा करते हैं.
कहा कि हमने डग्गामारी पर प्रभावी रोक लगाई है. इससे पिछले कुछ दिनों से परिवहन निगम की बसों पर 28 प्रतिशत लोड बढ़ा है. पिछले ढाई महीने में हमने 300 करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ भी प्राप्त किया है. इसके अलावा हमने ओवरलोडिंग को भी बहुत हद तक कंट्रोल किया है. हमने डीएल में लर्निंग लाइसेंस को 100 प्रतिशत ऑनलाइन कर दिया है. किसी को अब लर्निंग के लिए कार्यालय नहीं आना पड़ रहा है. वहीं, अब बसों का भी ट्रेन की तरह ऑनलाइन रनिंग स्टेटस देखने को जल्द ही मिलेगा. इस पर काम हो रहा है.
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