प्रयागराज: सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर की वैधानिकता को चुनौती दी है. सपा सांसद बर्क के खिलाफ हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज है. सांसद बर्क ने अर्जी में एफआईआर को रद्द किए जाने की मांग की है. साथ ही अर्जी पर अंतिम फैसला आने तक गिरफ्तारी व पुलिस की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर रोक लगाने की अपील की है. सांसद की इस अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई होने की उम्मीद है.
बता दें कि संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भारी बवाल हुआ था. इस दौरान पथराव, फायरिंग और आगजनी हुई थी. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे. पुलिस ने इस मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल सहित 6 लोगों के खिलाफ अलग-अलग गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. वहीं, 2750 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी. सांसद बर्क का कहना है कि जिस दिन हिंसा हुई है, वह जिले में नहीं थे. राजनीतिक द्वेष के कारण एफआईआर दर्ज कराई गई है.
वहीं, संभल हिंसा पर सियासत लगातार इस हिंसा पर तमाम राजनीतिक दल हमलावर हैं और पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं डीएम-एसपी ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर इसके पीछे का पूरा घटनाक्रम बताया है. साथ ही इसे एक साजिश करार दिया है. आइए जानते हैं, क्या कहा.