वाराणसी: जिले के पर्यटन को विकसित करने के लिए बजट में 100 करोड़ रुपये के प्रावधान के बाद अधिकारियों की तरफ से बैठकों का दौर शुरू हो गया है. पर्यटन के लिए मिले 100 करोड़ से वाराणसी में मार्कंडेय महादेव मंदिर की सूरत बदलेगी और तमाम विकास कार्यों को रफ्तार दी जाएगी.
ये भी पढ़े: ऑस्ट्रेलिया उच्चायुक्त ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के योगदान को सराहा
इसके मद्देनजर डीएम कौशल राज शर्मा ने कैंप कार्यालय पर बैठक कर मार्कंडेय महादेव मंदिर को धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए पूरा प्लान तैयार किया. उन्होंने पर्यटन, लोक निर्माण विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मंदिर के सौंदर्य का इतिहास एवं निर्माणाधीन संगम घाट के बीच पाथवे का निर्माण सहित अन्य विषयों पर चर्चा की.
विभागों के तालमेल से बदलेगी सूरत
डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि मंदिर के पास एक पार्किंग स्थल बनाया जाएगा, जिसका रेवेन्यू शेयरिंग बेसिस पर रेगुलेशन किया जाएगा. मंदिर जाने वाले रास्ते पर एनएच के पास एक भव्य गेट का निर्माण लोक निर्माण विभाग के द्वारा कराया जाएगा. घाटों के निर्माण के बाद जिला पंचायत को इसे हैंड ओवर कर दिया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी जिला पंचायत की होगी. दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मंदिर के पुजारियों का रोस्टर तैयार किया जाएगा.
मंदिर से लेकर घाट तक नए रूप में आएगा नजर
मंदिर के जीर्णोद्धार गेट का निर्माण और बाउंड्री वॉल का निर्माण लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग और जिला पंचायत के आपसी समन्वय से पूर्ण होगा. डीएम ने जिला पंचायत को निर्देशित किया है कि मंदिर के पास बने घाट पर चलने वाली नाव का रजिस्ट्रेशन कराते हुए उनकी दरों का निर्धारण किया जाए. इससे पर्यटकों के संग मनमानी धन वसूली नहीं हो सकेगी. सभी नाविकों को अपनी नावों पर लाइफ जैकेट रखना अनिवार्य होगा. अन्तर्ग्रही यात्रा को पावन पथ की तरह ही पर्यटन विभाग ही संपन्न कराएगा.