वाराणसी: यूजीसी द्वारा सितंबर में अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने के संबंध में गाइडलाइन जारी की गई थी. इसके विरोध में विद्यार्थियों ने वाराणसी के जिला मुख्यालय पहुंचकर राज्यपाल को संबोधित पत्रक सौंपा. छात्रों ने मांग की कि परीक्षा को वर्तमान समय में रद्द करा दिया जाए.
छात्रों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर विद्यापीठ के साथ अन्य महाविद्यालयों में हो रही अंतिम वर्ष की परीक्षा का विरोध किया. छात्रों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसीएम फोर्थ शुभांगी शुक्ला को सौंपा. इस दौरान छात्रों ने यह मांग की कि जल्द से जल्द इस परीक्षा को रद्द कराया जाए. अन्यथा हम सभी विद्यार्थी सड़क पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
इस बाबत छात्र संघ पूर्व उपाध्यक्ष राहुल राज ने बताया कि लगातार पूरे देश में कोरोना महामारी बढ़ती जा रही है. वर्तमान में भारत नंबर 3 पर है. इसके बावजूद यूजीसी, एचआरडी मिनिस्टर हम विद्यार्थियों के भविष्य को जानबूझकर खतरे में डाल रहे हैं. यदि हम विद्यार्थी एंट्रेंस क्वालीफाई कर प्रथम और द्वितीय वर्ष की परीक्षा देकर पास हो सकते हैं, तो हम तृतीय वर्ष की भी परीक्षा जरूर देंगे. परंतु अभी उचित समय परीक्षा लेने का नहीं है. यदि परीक्षा होगी तो इसमें काफी संख्या में विद्यार्थी संक्रमित हो सकते है, लेकिन सरकार इन सब बातों का ध्यान नहीं दे रही है.
इसी के विरोध में हमने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा है. हम सरकार से यह मांग करते हैं कि यूजीसी की परीक्षा गाइडलाइन को रद्द किया जाए. अन्यथा विद्यार्थी सड़क पर आंदोलन करने को बाध्य होगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी.