वाराणसीः जिले में गंगा नदी का किनारा मंगलवार को आकर्षण का केंद्र रहा. यहां रेत से विभिन्न प्रकार की आकृति बनाई गईं. मौका था रेत आकृति की खोज कार्यक्रम का. इस अवसर पर देश के ज्वलंत मुद्दों पर आधारित आकृतियां छात्र-छात्राओं ने रेत से उकेरीं तो लोग तारीफ किए बिना नहीं रह सके. आकृति में कोविड-19, किसान आंदोलन, केरल में हथिनी की मौत जैसे विभिन्न विषय प्रदर्शित किए गए थे. लगभग 35 से ज्यादा आकृति रेत से बनाई गईं. आयोजन में विभिन्न विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के 178 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
राम छाटपार शिल्प न्यास की ओर से आयोजन
यह आयोजन राम छाटपार शिल्प न्यास भारत की ओर से किया गया था. आयोजकों ने बताया कि इस बार 20वां रेत आकृति की खोज कार्यक्रम है. यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष आज ही के दिन राम छाटपार की जयंती के समय होता है. इस बार उनकी 77वीं जयंती है.
![रेत पर छात्र-छात्राओं ने उकेरीं आकृति](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-var-2-send-art-vis-with-byte-up10036_19012021173019_1901f_02381_794.jpg)
इन विषय पर बनी आकृति
छात्र-छात्राओं ने विभिन्न विषयों पर आकृतियां बनाईं. इसमें बनारस के मंदिर, बनारस के घाट, श्री काशी विश्वनाथ धाम, महिला उत्पीड़न, ऐतिहासिक धरोहर, जल संरक्षण, आवरण संरक्षण, कोविड-19 के नियमों का पालन, किसान आंदोलन, राजपथ का नजारा, उसके साथ ही रेत पर वर्ष भर के सामाजिक राजनीतिक घटनाक्रमों, अच्छाइयों और बुराइयों को प्रदर्शित किया.
राष्ट्रीय स्तर का अनोखा कार्यक्रम
मदन लाल गुप्ता ने बताया इस बार टापू पर रेत की आकृति विशेषकर कोरोना आधारित आकृति तमाम युवा कलाकारों द्वारा उकेरी गई. स्कूली बच्चों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसमें पर्यावरण को लेकर के किसान आंदोलन को लेकर इसके साथ विभिन्न प्रकार के विषयों पर युवा मूर्तिकार ने मां गंगा की गोद में आकृतियों की रचना किया. लगभग 178 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
हमारा जो विषय था वह मंदिर था. हमने महादेव की आकृति बनाई है क्योंकि काशी में बहुत ज्यादा शिवलिंग मिलते हैं. भगवान शिव हमारे आराध्य हैं इसलिए आकृति हम लोगों ने उन्हें पर आधारित बनाई है.
आकांक्षा चौबे, छात्रा बीएचयू
हम लोगों ने गंगा के टापू पर आकृति बनाई है. हमारा जो विषय था वह किसान आंदोलन. आकृति को बनाने में हमें 5 से 6 घंटे लगे हैं. 7 लोगों की टीम ने मिलकर इस आकृति को बनाया है. देश में किसान आंदोलन चल रहा है. यह एक मुख्य विषय है. ऐसे में हमने आकृति के माध्यम से संदेश दिया है. लोग किसानों का सपोर्ट करें. किसान हमारा अन्नदाता है. यहां आकर हम लोगों को बहुत ही अच्छा लगा एक बहुत ही बड़ा प्लेटफार्म हम लोगों को मिला.
सौम्या सिंह, कलाकार