वाराणसी: कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय के जूनियर डॉक्टर ने इस बात को लिखा कि 'वह जान हथेली पर रखकर कोरोना संदिग्ध मरीज का टेस्ट कर रहे हैं' जिससे पूरे विश्वविद्यालय सहित जिले में हड़कंप मच गया. इसके बाद बीएचयू छात्र जितेंद्र कुमार सिंह ने अपनी एक महीने की छात्रवृत्ति बीएचयू प्रशासन को दे दी.
जितेंद्र कुमार सिंह ने ट्वीटकर इसको साझा किया. जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि समाचार पत्रों से यह खबर मिली, जिससे मुझे बहुत दुख हुआ कि जिस महामन ने इतने बड़े विश्वविद्यालय की रचना कर दी उनके संस्थान में ऐसी बातें सामने आ रही हैं. मैं न किसी के पक्ष में हूं और न विपक्ष में. इस विपत्ति की घड़ी में मैंने अपने एक महीने की छात्रवृत्ति विश्वविद्यालय प्रशासन को दी है.
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