लखनऊ: यूपी के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी सीएमओ को निर्देश जारी किए हैं. शर्मा ने कहा कि विकास खंडों के सभी 105 स्वास्थ्य इकाइयों को जल्द नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस एसेसमेंट (एनक्वास) प्रमाणपत्र दिलाया जाए. उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों से वर्चुअली बातचीत में यह निर्देश जारी किए.
अब तक 507 यूनिट्स को मिले प्रमाण-पत्र: प्रमुख सचिव ने कहा कि साल के अंत तक प्रदेश की 50 प्रतिशत स्वास्थ्य इकाइयों को एनक्वास प्रमाणपत्र दिलाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक 507 स्वास्थ्य इकाइयों को एनक्वास मिल चुका है. इनमें अयोध्या और प्रयागराज मंडल में बेहतर काम हुआ है. प्रमुख सचिव ने आगरा, अलीगढ़, बरेली व सहारनपुर मंडल में इसकी गति बढ़ाने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि जिन फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) में स्टाफ है और ऑपरेशन से प्रसव नहीं हो रहे हैं, वहां इसे सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने ऐसे 42 एफआरयू के नाम भी गिनाए. प्रमुख सचिव ने 66 ब्लॉक स्तर के स्थापित किए गए मिनी पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) को पूर्ण रूप से क्रियाशील करने के निर्देश दिए. सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में रात्रिकालीन सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा है.
विभागों से कॉर्डिनेशन बनाने के निर्देश: प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने निर्देश दिया कि 10 फरवरी से 14 जनपदों के 45 ब्लॉक में शुरू होने जा रहे फाइलेरिया रोधी मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के दौरान बेहतर समन्वय रखा जाए. जिला टास्क फोर्स के साथ ही बेसिक शिक्षा, महिला बाल विकास एवं पुष्टाहार व ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर का सहयोग लेकर शत प्रतिशत दवा खिलाने का लक्ष्य पूरा करने के भी निर्देश दिए.