वाराणसीः यूपी एसटीएफ की टीम ने मंगलवार को अवैध तरीके नकली दवाई सप्लाई करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 5 सदस्यों को केदारघाट थाना भेलूपुर व टडिया चकबीही थाना सारनाथ, वाराणसी से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी पेटेण्ट दवा कंपनियों के नाम की नकली, दवाएं बनवाकर वाराणसी में अवैध तरीके से भंडारण कर उत्तर प्रदेश सहित उड़ीसा आदि राज्यों में अवैध तरीके सप्लाई करते थे. एसटीएफ टीम ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 35 पेटी नकली दवाई बरामद की है, जिसकी कीमत 25 लाख रुपये बतायी जा रही है. पकडे़ गए अभियुक्तों के नाम चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल, शुभम जायसवाल,अभिषेक कुमार व गौरव शर्मा है. ये सभी वाराणसी के ही रहने वाले हैं.
इस संबंध वाराणसी यूनिट के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि काफी समय से सूचना प्राप्त हो रही थी कि अंतरप्रांतीय गिरोह द्वारा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में नकली दवाओं का अवैध व्यापार किया जा रहा है. इस संबंध में 2 मार्च 2023 को अभियुक्त अशोक कुमार को गिरफ्तार करते हुए उसके यहां से 300 पेटी नकली दवायें बरामद की गयी थी. नकली दवाओं के अवैध व्यापार के संबंध में अभिसूचना संकलन की अग्रिम कार्रवाई की जा रही थी.
इसी दौरान जानकारी मिली कि वाराणसी से ओडिसा राज्य के जनपद बारगढ़ एवं जसूरगुडा में भी नकली दवाओं की सप्लाई की गई है. इसके संबंध में ओडिसा के जनपद बरगढ़ के थाना बरगढ़ पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ है. वहीं, इस मुकदमे से संबंधित अभियुक्त जनपद वाराणसी के रहने वाले हैं. ये वाराणसी से नकली दवाओं का व्यापार चलाते हैं. इस संबंध में ओडिसा पुलिस व ओडिसा औषधि विभाग द्वारा उक्त मुकदमे में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तार के लिए एसटीएफ से संपर्क किया गया.
एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इस संबंध में निरीक्षक अमित श्रीवास्तव एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में टीम गठित की गयी. वहीं, आज विश्वस्त सूत्र के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि ओडिसा में नकली दवाओं से संबंधित मुकदमे में वांछित अभियुक्त थाना भेलूपुर क्षेत्रान्तर्गत केदारघाट सोनारपुरा में शुभम जायसवाल व अभिषेक कुमार सिंह मौजूद है. इस सूचना पर तत्काल विश्वस्त सूत्र द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचकर अभियुक्त शुभम जायसवाल व अभिषेक कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया.
वहीं, पूछताछ में दोनों अभियुक्तों ने अपने गैंग के अन्य सदस्यों के थाना सारनाथ क्षेत्रान्तर्गत टडिया चकबीही में रितेश जायसवाल के नकली के गोदाम पर मौजूद होने की बात बतायी. इस पर तत्काल गिरफ्तार अभियुक्तों को साथ लेकर उनके बताये गये स्थान पर पहुंचकर अभियुक्त चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा को 35 पेटी नकली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया गया.
वहीं, एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि अभियुक्त अभिषेक कुमार सिंह व शुभम जायसवाल ने अपना-अपना दवा सप्लाई का लाइसेंस बनाकर विभिन्न कंपनियों की दवाओं की सप्लाई करने का काम करते थे. दवाओं के सप्लाई के काम के दौरान चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा से इनका संपर्क हो गया. चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा की जान-पहचान जनपद वाराणसी में नकली दवाओं का व्यापार करने वालों से पहले से थी. इनमें से एक गैंग सरगना अशोक कुमार को एसटीएफ द्वारा 2 मार्च 2023 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
वाराणसी में सक्रिय गैंग दवाओं को हिमाचल प्रदेश व उत्तराखण्ड से मंगाकर इन्हें उपलब्ध कराता था. अभियुक्त अभिषेक सिंह व शुभम जायसवाल के लाइसेंसी फर्म के माध्यम बरामद नकली दवाओं को विभिन्न स्थानों पर भेज देते थे. इन लोगों द्वारा नकली दवा को ओडिसा में अशोक मेडिकल हॉल बरगढ़ व अमित मेडिकल एजेंसी जरसूगुडा को सप्लाई किया था. इस संबंध में ओडिसा औषधि विभाग द्वारा अभियोग पंजीकृत कराया गया. वहीं, अभियोग पंजीकृत होने की जानकारी होने पर शुभम जायसवाल व अभिषेक सिंह ने अपने दवा सप्लाई के लाइसेंस को निरस्त करवा लिया और चोरी छुपे नकली दवा का काम चन्द्रशेखर सिंह, रितेश जायसवाल व गौरव शर्मा के माध्यम से करने लगे.