चंदौली : जनपद के पीडीडीयू नगर स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय में तैनात एक नर्स की कोरोना संक्रमित होने के कारण मौत हो गयी. इस दौरान नाराज़ परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि समय पर उपचार ना मिलने के कारण नर्स की जान चली गई.
जानकारी के अनुसार नगर निवासी शहाबुद्दीन की पत्नी मेहरून्निसा (45) पीडीडीयू नगर स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय में स्टाफ नर्स के पद पर तैनाती थी. पांच दिन पूर्व अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई. परिजनों ने चकिया के एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया. जांच रिपोर्ट आने पर पता चला कि वह कोरोना संक्रमित हैं.
यह भी पढ़ें : निर्यातक बना चंदौली, पूर्वांचल भर को दे रहा 'ऑक्सीजन'
चिकित्सक इलाज में करने लगे आनाकानी
आरोप है कि कोरोना से पीड़ित होने की जानकारी होते ही चिकित्सक इलाज करने में आनाकानी करने लगे. पांच दिन तक वह जिंदगी और मौत से जूझती रहीं. समुचित इलाज ना मिलने के कारण गुरुवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया.
पीड़िता की मौत से परिजन आक्रोशित हो उठे. हो हल्ला मचाते हुए अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. चकिया स्थित एल-2 अस्पताल में चिकित्सकों की अच्छी खासी फौज है. बावजूद इसके, अस्पताल में मरीजों का उपचार सही से ना किये जाने के आरोप लग रहे हैं.
इस संबंध में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅक्टर डीके सिंह ने बताया कि स्टाफ नर्स की मौत में डॉक्टरों से कहां गलती या चूक हुई, इसकी जांच की जाएगा. दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.