वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई माह के बाद एक बार फिर से अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचने वाले हैं. पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में 9 सालों में 42 दौरा कर चुके हैं. पीएम मोदी का 43वां दौरा 17 दिसंबर को होगा. पीएम मोदी इस बार वाराणसी को लगभग 2000 हजार करोंड़ रुपये की योजनाओं को सौगात देने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पीएम मोदी इस बार एक ऐसा तोहफा देने वाले हैं, जिससे बनारस की एक जटिल और पुरानी समस्या का हल हो जाएगा और लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
घंटोंं का सफर मिनटों में होगा तय
बता दें कि बनारस में जाम की समस्या बहुत पुरानी है और कई प्रयास के बाद भी इसे हल नहीं किया जा सका है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस बार लहरतारा-फुलवरिया फोरलेन का लोकार्पण करने वाले हैं. इससे न सिर्फ शहर के गंगा इस पार से वरुणा नदी के पार की दूरी को कम करने का काम करेगा, बल्कि 1 घंटे का सफर 10 मिनट में ही पूरा हो जाएगा. इस फोरलेन से एक बड़ी राहत आम जनता को मिलेगी, साथ ही हर रोज गुजरने वाली लाखों की आबादी को भी काफी सुकून मिलेगा.
लहरतारा-फुलवरिया मार्ग का होगा उद्घाटन
2014 में पहली बार बनारस से सांसद चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनकर देश की बागडोर संभाली, तब से अब तक लगभग साढ़े 9 साल में बनारस में सड़कों का जाल फैल गया है. सड़कों का चौड़ीकरण, नदियों पर सेतु, फ्लाईओवर और आरओबी का निर्माण यातायात को सुगम बना रहा है. काशी में एक कोने से दूसरे कोने आना-जाना आसान हो गया है. लहरतारा-फुलवरिया मार्ग का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. पीएम मोदी 17 और 18 दिसंबर को काशी के प्रस्तावित दौरे में आने वाले हैं.
लहरतारा-फुलवारिया मार्ग के लिए सेना ने दी है अपनी जमीन
पीएम मोदी के कार्यकाल में बनाए गए मार्ग वाराणसी में यातायात के लिए वरदान साबित हो रहा है. जीटी रोड, बौलिया, लहरतारा से फुलवरिया जेपी मेहता इंटर कॉलेज से वाया सेंट्रल जेल रोड मार्ग वाया शिवपुर चुंगी मार्ग पर 2 रेलवे ओवरब्रिज और वरुणा नदी पर बना सेतु वाराणसी के यातायात के लिए संजीवनी सा साबित हो रहा है. लहरतारा कबीर प्राकट्य स्थल के निकट से शुरू होने वाला रेलवे ओवर ब्रिज गेट नंबर-4 स्पेशल रेलवे क्रासिंग पार कर फुलवरिया क्षेत्र में पहुंचा देता है. पुल से उतरते ही पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए फोरलेन पर कुछ देर चलने के बाद दूसरा रेलवे ओवरब्रिज गेट नंबर-5 सी. रेलवे क्रॉसिंग को पार करा रहा है. कुछ दूरी पर वरुणा नदी के किनारे इमलिया घाट है. वरुणा नदी पर बना पुल नदी को पार करा सेंट्रल जेल रोड तक ले जाता है. आमजन के सहूलियत के लिए लहरतारा-फुलवारिया मार्ग के लिए सेना ने भी अपनी जमीन दी है.
यह मार्ग हुआ महत्वपूर्ण
वाराणसी के यातायात के लिए लगभग 7.069 किलोमीटर का यह मार्ग काफी महत्पूर्ण हो गया है. प्रयागराज, रोहनियां की तरफ से आने वाले ट्रैफिक को शहर के अंदर नहीं जाना पड़ रहा है. लंका, बीएचयू , बीएलडब्ल्यू, रामनगर और आसपास के ग्रामीण इलाके के लोगों को भी जिला मुख्यालय, शिवपुर, एयरपोर्ट, सारनाथ जैसे जगहों तक पहुंचने में जाम का झाम नहीं लगेगा.
जनता की सहूलियत के लिए चालू है मार्ग
यूपी राज्य सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक एसके निरंजन ने बताया कि इस मार्ग की खास बात यह है कि इस पर जाने के लिए बौलिया से चलने पर डबल लेन है, जो वनवे भी है. वहीं, लहरतारा की तरफ से पुल पर आने-जाने दोनों तरफ का रास्ता है. फुलवरिया की तरफ से आने पर रेलवे क्रासिंग पार करते ही पड़ने वाले क्षेत्र अमला नगर में जनता की सहूलियत के लिए गेट नंबर 4 स्पेशल एकल मार्ग से पुल से उतरना होगा, जिससे कैंट स्टेशन, रोडवेज की तरफ और बौलिया होते हुए रोहनिया और प्रयागराज की तरफ भी जाया जा सकता है. जनता के सहूलियत के लिए इस मार्ग पर आवागमन चालू है. वाराणसी शहर से बाबतपुर एयरपोर्ट जाने में पहले पूरा शहर क्षेत्र पार करके आने में लगभग सवा से डेढ़ घंटे का वक्त लगता था. अब नए फ्लाईओवर के बनने के बाद यह दूरी मैच 25 से 30 मिनट में ही पूरी हो रही है.
2- इस लगभग 12 किलोमीटर के रूट पर सफर तय करने में लगभग 25 मिनट का समय लगना चाहिए, लेकिन जाम और अन्य समस्याओं के कारण लगभग एक से सवा घंटे का वक्त कचहरी से बीएचयू तक पहुंचने में लग जाता है.
3- इस नए फ्लाईओवर के बनने के बाद अब यह दूरी महज 10 मिनट में तय होगी और लगभग 2 किलोमीटर का अंतर आने के बाद 12 किलोमीटर का सफर 10 किलोमीटर में ही पूरा हो जाएगा.