वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और इसके साथ ही अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया. परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई है.
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक महिला वाराणसी के कृष्ण पुरी कॉलोनी के रहने वाली थी, महिला का नाम ज्योति मिश्रा है. महिला का इलाज अस्पताल के एमसीएच बिल्डिंग में चल रहा था. बीते शनिवार को महिला का ऑपरेशन किया गया था. महिला के परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान कोई भी सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं था और लापरवाही से ऑपरेशन किया गया, जिस वजह से उनके मरीज की मौत हो गई है.
अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप : मृतिका के पति विकास मिश्रा का आरोप है कि 'उनकी पत्नी का इलाज बीएचयू अस्पताल में बीते साल अगस्त से ही चल रहा था. शनिवार को अचानक से डॉक्टर ने ऑपरेशन को बोला, लेकिन हैरान करने वाली बात यह थी कि ऑपरेशन में कोई भी सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं था, बल्कि जूनियर डॉक्टर फोन पर सीनियर डॉक्टर से सलाह लेकर ऑपरेशन कर रहे थे. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बताया था कि मरीज का बीपी बढ़ा हुआ था, थोड़ी देर में कंट्रोल होने की बात कही गई थी. काफी देर बाद पता चला कि उनकी पत्नी अभी तक होश में नहीं आई और फिर अचानक उनकी पल्स गिरने लगी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई.'
थाने में दर्ज कराया मुकदमा : मृतिका के पति ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'इलाज के दौरान कोई भी सीनियर डॉक्टर ने जूनियर डॉक्टर या मरीज के परिजन से किसी भी तरीके का संपर्क नहीं किया. यदि डॉक्टर लापरवाही नहीं करते तो आज उनकी पत्नी उनके साथ होती. उन्होंने कहा कि हमने इसकी शिकायत लंका थाने में की है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा.'
लंका थाना प्रभारी अश्विनी पांडेय ने बताया कि 'मामला संज्ञान में है, परिजन के तहरीर पर आगे की कार्यवाही की जाएगी. अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखा गया है, जो भी दोषी होगा उसके ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएगी.'
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