वाराणसी: गर्भवती महिलाओं को लाभ देने के लिए सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) का क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिससे जच्चा बच्चा को सुरक्षित रखा जा सके. खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस योजना की एक सार्थक तस्वीर नजर आ रही है. जिले में अब तक 84 हजार से ज्यादा महिलाओं ने इस योजना का लाभ (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana benefits) लिया है.
वाराणसी जिले में सभी पात्र गर्भवती और धात्री महिलाओं को लाभ पहुंचाने के तमाम प्रयास किए जाते हैं. इसी क्रम में जनपद में एक सितंबर से चल रहा मातृ वंदना सप्ताह (matru vandana saptah) इस बार उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. सात सितंबर तक चलने वाले इस सप्ताह के तहत हर दिन विविध आयोजन किए जा रहे हैं.
योजना के नोडल अधिकारी और एसीएमओ डॉ हरिश्चंद मौर्य ने कहा कि मातृत्व अभियान में स्वास्थ्य केन्द्रों पर कैंप के माध्यम से पंजीकरण का कार्य पूरा किया जा रहा है. लाभार्थियों को मौसमी फल, सब्जियों के सेवन के बारे में सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य और पोषण पर चर्चा करते हुए लाभार्थियों को जागरूक किया जा रहा है. वहीं, पहली बार गर्भधारण करने वाली सभी महिलाओं को पात्रता के आधार पर तीन किश्तों में पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि, डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है.
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जिला कार्यक्रम समन्वयक शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि जनवरी 2017 से शुरू हुई पीएमएमवीवाई से 01 सितंबर 2022 तक 84,599 महिलाओं को लाभ (PMMVY benefits to Varanasi pregnant women) दिया गया. इसके तहत अब तक 33 करोड़ से अधिक रुपयों का भुगतान लाभार्थियों को दिया जा चुका है. वहीं, इस वित्तीय वर्ष में 01 सितंबर 2022 तक 5,625 महिलाओं का पंजीकरण हुआ है. इसके सापेक्ष करीब 3.18 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि योजना के सम्बंध में अधिक जानकारी या किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री नम्बर 104 पर संपर्क किया जा सकता है.
तीन किश्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
पहली बार गर्भवती होने वाली महिला को तीन किश्तों में 5,000 रूपये दिये जाते हैं. इसके लिए पहले पंजीकरण कराना पड़ता है. उसके बाद लाभार्थी को 1,000 रूपये की पहली किश्त सीधे उसके खाते में जाती है. दूसरी किश्त 2,000 रूपये की प्रसव पूर्व पहली जांच होने पर और 2000 रूपये की तीसरी किश्त बच्चे के जन्म के बाद टीकाकरण का पहला चक्र पूरा होने के बाद दी जाती है. यह सभी भुगतान लाभार्थी के बैंक के खाते में सीधे किये जाते हैं.
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