वाराणसी: जनपद में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के साथ लालपुर थाने के थानाध्यक्ष ने बदतमीजी की है. इसकी शिकायत उन्होंने टि्वटर के माध्यम से वाराणसी डीएम और योगी आदित्यनाथ से की है. टि्वटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
ज्ञानेश्वर चौबे ने ट्विटर के माध्यम से उन्होंने लालपुर थानाध्यक्ष धनंजय पांडेय पर धक्का-मुक्की और बदतमीजी का आरोप लगाया है. दरअसल, शनिवार को बीएचयू स्थित लैब से कार से चौबेपुर क्षेत्र स्थित अपने घर जा रहे थे. लालपुर थाने के सामने पुलिस कर्मियों ने उनकी कार रुकवायी. इसी दौरान थानाध्यक्ष धनंजय पांडेय उनके सामने आए तो उन्होंने अपना परिचय पत्र दिखाया. थाना अध्यक्ष ने उनका परिचय पत्र फेंक दिया. उन्होंने बताया कि वह बीएचयू के प्रोफेसर हैं. लैब में काम करके घर जा रहे हैं. इसके बाद थानाध्यक्ष ने कहा कि मैं बीएचयू के डॉक्टरों से नफरत करता हूं.
महत्वपूर्ण रिसर्च पर काम कर रहे हैं प्रोफेसर चौबे
बीएचयू के विज्ञान संस्थान के प्राणी विज्ञान विभाग के प्रोफ़ेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने डीएनए पर खास रिसर्च किया है, जिसके लिए वे बांग्लादेश तक जा चुके हैं. इनकी एक रिसर्च है. इस पर यह दावा किया गया है कि आर्य बाहर से नहीं आए थे, बल्कि जो डीएनए मिला है, वह यहीं का है. इससे यह सिद्ध होता है कि आर्य यहीं के थे. प्रोफ़ेसर ज्ञानेश्वर चौबे इसी विशेष विषय पर कार्य कर रहे हैं.