वाराणसी: महादेव की नगरी को संगीत तीर्थ कहा जाता है. यही वजह है कि भगवान नटराज को प्रसन्न करने के लिए संगीत के प्रेमी अलग तरीके से महाशिवरात्रि मना रहे हैं. पिछले 30 वर्षों से लगातार शिवरात्रि संगीत महोत्सव का आयोजन जिले के दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध महाविद्यालय में किया जा रहा है. देशभर के नामचीन कलाकार संगीत महोत्सव में हिस्सा ले रहे हैं. बुधवार से प्रारंभ होकर 12 मार्च तक यह कार्यक्रम चलेगा. शाम 7:00 बजे से शुरू होकर देर रात 10:30 तक यह कार्यक्रम चलता रहा.
30वें शिवरात्रि संगीत महोत्सव में बही स्वर लहरियों की अनूठी धार - kathak started in varanasi festival
वाराणसी में पिछले 30 वर्षों से लगातार शिवरात्रि संगीत महोत्सव का आयोजन जिले के दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध महाविद्यालय में किया जा रहा है. शिवरात्रि संगीत महोत्सव प्रत्येक वर्ष श्री किशोरी लाल सेवा ट्रस्ट वाराणसी के द्वारा किया जाता है. इस बार भी बुधवार से प्रारंभ होकर 12 मार्च तक यह कार्यक्रम चलेगा.
वाराणसी: महादेव की नगरी को संगीत तीर्थ कहा जाता है. यही वजह है कि भगवान नटराज को प्रसन्न करने के लिए संगीत के प्रेमी अलग तरीके से महाशिवरात्रि मना रहे हैं. पिछले 30 वर्षों से लगातार शिवरात्रि संगीत महोत्सव का आयोजन जिले के दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध महाविद्यालय में किया जा रहा है. देशभर के नामचीन कलाकार संगीत महोत्सव में हिस्सा ले रहे हैं. बुधवार से प्रारंभ होकर 12 मार्च तक यह कार्यक्रम चलेगा. शाम 7:00 बजे से शुरू होकर देर रात 10:30 तक यह कार्यक्रम चलता रहा.