गोरखपुर: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय(MMMTU) में पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. इसकी अधिसूचना वेबसाइट पर भी जारी कर दी गई है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसएन सिंह ने बताया कि मौजूदा सत्र में पीएचडी प्रथम वर्ष के छात्रों को छोड़कर शेष सभी पीएचडी छात्रों की मई माह में संपन्न होने वाली विभागीय शोध समिति की बैठक ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कराई जाएगी. इससे यह लाभ होगा कि संबंधित पीएचडी छात्र को विश्वविद्यालय आना नहीं पड़ेगा और वह अपने घर से ही पीएचडी कार्य की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त कर सकेगा.
ईटीवी भारत को कुलपति ने बताया कि पीएचडी छात्र को अपनी प्रगति रिपोर्ट और प्रेजेंटेशन की सॉफ्ट कॉपी अपने निर्देशक और विभागाध्यक्ष को पहले भेज देनी होगी. ऑनलाइन डीआरसी होने के कारण दूसरे शहरों से आने वाले विशेषज्ञ भी बिना गोरखपुर आए पीएचडी छात्र की प्रगति का अवलोकन कर सकेंगे और सवाल भी पूछ सकेंगे. विशेषज्ञ अपनी रिपोर्ट या आपने मूल्यांकन ई-मेल के माध्यम से विभागाध्यक्ष और परीक्षा नियंत्रक को बताएंगे. आगामी कुछ महीनों में जिन छात्रों के पीएचडी वाइवा होने की संभावना है उसे भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कराया जाएगा.
इस दौरान उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में अंशकालिक पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी के गोरखपुर के 100 किलोमीटर के दायरे में कार्यरत होने की बाध्यता अभी जारी है, जिस को समाप्त करने पर विचार किया जा रहा है. 1 जुलाई 2020 को विश्वविद्यालय में समस्त अंशकालिक और पूर्णकालिक पीएचडी अभ्यर्थियों की एक साथ प्रवेश परीक्षा होगी और उसी दिन परिणाम भी घोषित कर साक्षात्कार संपन्न कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल लॉकडाउन के नियम का पालन करते हुए शासन के निर्देश के क्रम में विश्वविद्यालय में 30% कर्मचारियों के साथ शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाया जा रहा है.