लखनऊ: एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) कार्यक्रम के तहत सभी 75 जिलों में चयनित उत्पादों की रैकिंग होगी. अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम नवनीत सहगल के साथ क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ रैंकिंग फ्रेमवर्क तैयार किये जाने के लिए बैठक आयोजित हुई.
बैठक में निर्धारित किया गया कि जनपदों को ओडीओपी उत्पादों की मांग बढ़ाने, कौशल विकास करने, रोजगार सृजित करने, उत्पादों की गुणवत्ता अवसंरचना को मजबूत बनाने इत्यादि के आधार पर वन स्टार, टू स्टार, थ्री स्टार, फोर स्टार, फाइव स्टार (पांच श्रेणी) की रैंकिंग प्रदान की जाएगी. यह रैंकिंग समय-समय पर जनपदों द्वारा उक्त मापदंडों में किए गए सुधार और ओडीओपी उत्पादों में नवाचार इत्यादि के तहत अद्यतन की जाएगी.
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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एक जनपद एक उत्पाद कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि एक जनपद एक उत्पाद कार्यक्रम को अब 4 वर्ष से अधिक हो गए है. प्रत्येक जनपद ने सम्बन्धित ओडीओपी उत्पादों में काफी प्रगति भी की है. सहगल ने बताया कि ओडीओपी कार्यक्रम की यह पहल जनपदों को उत्पादों के विकास, सम्बन्धित जनपदों में बेहतर रोजगार, तुलनात्मक एवं प्रतिस्पर्धात्मक भावना के साथ नवाचार के पथ पर अग्रसर करने को प्रेरित करेगी. साथ ही राज्य के 01 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में ओडीओपी उत्पादों की भूमिका को सुदृढ़ करेगी.