वाराणसी: अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के साथ सर्किट हाउस के सभागार में कोविड-19 के संबंध में किए जा रहे कार्यों के प्रगति को लेकर बैठक की. उन्होंने पांच से 15 जुलाई तक चलाए जा रहे कोविड-19 के अंतर्गत ‘विशेष सर्विलांस अभियान’ के तहत घर-घर जाकर जो टीमें जांच कर रही हैं, उन्हें सीएचओ द्वारा ट्रेनिंग कराए जाने का निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिया.
अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने भ्रमण के दौरान एक स्कूल के अध्यापकों को बिना मास्क के पाया. जांच टीम की एएनएम से थर्मल स्कैनर व पल्स ऑक्सीमीटर के प्रयोग के बारे में पूछा तो जानकारी नहीं दे पायीं. उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर जाकर कोरोना मरीजों की जांच को गम्भीरता से करें. साथ ही लोगों को सैनिटाइज्ड करने की हिदायत भी दी. जिले में कोविड के मरीजों के अलावा फाइलेरिया, कालाज्वर की रिपोर्ट तलब की और इलाज किए जाने की स्थिति के बारे में पूछा. उन्होंने अस्पतालों में साफ-सफाई, खाने की क्वालिटी और किचन में सफाई के साथ-साथ भर्ती गम्भीर मरीजों के परिजनों को मरीज का हाल बताने पर भी जोर दिया. अपर मुख्य सचिव ने एल-1, एल-2 व एल-3 हॉस्पिटल की जानकारी और मरीजों की संख्या पूछी, साथ ही एल-1 के मरीजों के लिए उनकी मांग पर होटल में पेमेंट के आधार पर की गई.
15 तारीख से संचारी रोगों के रोकथाम के लिए दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर जांच करने और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में फॉगिंग कराये जाने की व्यवस्था को जाना. नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि शहरी क्षेत्र में नगर निगम के खाली प्लाटों में इकट्ठा पानी को खाली कराने और पानी में केमिकल डाल कर मच्छरों को मारने की कार्रवाई की जाती है. जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त और एसडीएम को निर्देश किया कि जगह-जगह पड़े कूड़े की सफाई और नाले और नालियों की सफाई तत्काल प्राथमिकता पर शुरू करा दें.
अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि नगर निगम के बाईलाज में यह प्राविधान करायें कि लोगों द्वारा घरों में पड़े कबाड़, कूलर या ऐसी चीजें जिसमें पानी इकट्ठा हो और डेंगू, मलेरिया आदि बीमारी फैलाने वाले मच्छरों को पनपने का साधन पाया जाये, तो उनके खिलाफ चालान की कार्यवाही की जा सके.
वाराणसी: कोविड-19 और संचारी रोग नियंत्रण को लेकर हुई बैठक - varanasi corona virus news
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंन कोरोना और साफ-सफाई को लेकर दिशा-निर्देश दिए.
वाराणसी: अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के साथ सर्किट हाउस के सभागार में कोविड-19 के संबंध में किए जा रहे कार्यों के प्रगति को लेकर बैठक की. उन्होंने पांच से 15 जुलाई तक चलाए जा रहे कोविड-19 के अंतर्गत ‘विशेष सर्विलांस अभियान’ के तहत घर-घर जाकर जो टीमें जांच कर रही हैं, उन्हें सीएचओ द्वारा ट्रेनिंग कराए जाने का निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिया.
अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने भ्रमण के दौरान एक स्कूल के अध्यापकों को बिना मास्क के पाया. जांच टीम की एएनएम से थर्मल स्कैनर व पल्स ऑक्सीमीटर के प्रयोग के बारे में पूछा तो जानकारी नहीं दे पायीं. उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर जाकर कोरोना मरीजों की जांच को गम्भीरता से करें. साथ ही लोगों को सैनिटाइज्ड करने की हिदायत भी दी. जिले में कोविड के मरीजों के अलावा फाइलेरिया, कालाज्वर की रिपोर्ट तलब की और इलाज किए जाने की स्थिति के बारे में पूछा. उन्होंने अस्पतालों में साफ-सफाई, खाने की क्वालिटी और किचन में सफाई के साथ-साथ भर्ती गम्भीर मरीजों के परिजनों को मरीज का हाल बताने पर भी जोर दिया. अपर मुख्य सचिव ने एल-1, एल-2 व एल-3 हॉस्पिटल की जानकारी और मरीजों की संख्या पूछी, साथ ही एल-1 के मरीजों के लिए उनकी मांग पर होटल में पेमेंट के आधार पर की गई.
15 तारीख से संचारी रोगों के रोकथाम के लिए दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर जांच करने और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में फॉगिंग कराये जाने की व्यवस्था को जाना. नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि शहरी क्षेत्र में नगर निगम के खाली प्लाटों में इकट्ठा पानी को खाली कराने और पानी में केमिकल डाल कर मच्छरों को मारने की कार्रवाई की जाती है. जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त और एसडीएम को निर्देश किया कि जगह-जगह पड़े कूड़े की सफाई और नाले और नालियों की सफाई तत्काल प्राथमिकता पर शुरू करा दें.
अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि नगर निगम के बाईलाज में यह प्राविधान करायें कि लोगों द्वारा घरों में पड़े कबाड़, कूलर या ऐसी चीजें जिसमें पानी इकट्ठा हो और डेंगू, मलेरिया आदि बीमारी फैलाने वाले मच्छरों को पनपने का साधन पाया जाये, तो उनके खिलाफ चालान की कार्यवाही की जा सके.