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वाराणसी: भोलेनाथ की नगरी में निकली भगवान श्रीराम की बारात, खूब झूमे भक्त - वारणसी में भगवान राम और जानकी का विवाह

काशी नगरी वाराणसी में रविवार को भगवान श्रीराम और जानकी का विवाह बड़े ही धूमधाम के साथ संपन्न हुआ. भक्तों ने ढोल नगाड़ों के साथ और मंगल गीतों पर श्रीराम का विवाह माता जानकी से कराया.

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राम-जानकी का विवाह संपन्न
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Published : Dec 2, 2019, 8:01 AM IST

वाराणसी: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने जनकपुरी जाकर मां सीता से विवाह किया था. आज भी भक्त अपने आराध्य की शादी पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं. शादी की तैयारी भी भक्त कई दिनों पहले शुरू करते हैं. शादी की शुरुआत मठ मगरा से होता है फिर बारात निकल जाती है. विभिन्न मार्गों से बारात गुजरते हुए पुनः मंदिर पहुंचने के बाद विवाह शुरू होता है.

राम-जानकी का विवाह संपन्न.

विधि-विधान से निकली बारात
रविवार को शिव की नगरी काशी में आराध्य भगवान श्रीराम की शादी का आयोजन किया गया. शादी के आयोजन में जहां 80 स्टेट्स रामजानकी मठ कभी अयोध्या तो कभी जनकपुरी बन गया. भगवान राम की पूरे विधि-विधान के साथ आरती उतारकर बारात को रवाना किया गया. वहीं देर रात जानकी मठ को जनकपुरी बना दिया गया. जहां भगवान का स्वागत किया गया और देर रात लगन अनुसार भगवान का विवाह किया गया.

भगवान राम का विवाह हुआ संपन्न
राम लोचन दास ने बताया आज ही के दिन भगवान राम और जानकी का विवाह हुआ था. इस परंपरा का निर्वहन करते हुए पूरे विधि विधान से हम लोग भगवान राम, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और भरत का विवाह करते हैं. पूरे विधि विधान से विवाह होता है. राम जानकी मंदिर से संकट मोचन होते हुए विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए पुनः मंदिर प्रांगण में आया यहां पर भगवान विवाह सपन्न हुआ.

इसे भी पढ़ें:- उत्तर प्रदेश के बस्ती में होती है भगवान राम की बहन 'शांता' की पूजा, देखें वीडियो

वाराणसी: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने जनकपुरी जाकर मां सीता से विवाह किया था. आज भी भक्त अपने आराध्य की शादी पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं. शादी की तैयारी भी भक्त कई दिनों पहले शुरू करते हैं. शादी की शुरुआत मठ मगरा से होता है फिर बारात निकल जाती है. विभिन्न मार्गों से बारात गुजरते हुए पुनः मंदिर पहुंचने के बाद विवाह शुरू होता है.

राम-जानकी का विवाह संपन्न.

विधि-विधान से निकली बारात
रविवार को शिव की नगरी काशी में आराध्य भगवान श्रीराम की शादी का आयोजन किया गया. शादी के आयोजन में जहां 80 स्टेट्स रामजानकी मठ कभी अयोध्या तो कभी जनकपुरी बन गया. भगवान राम की पूरे विधि-विधान के साथ आरती उतारकर बारात को रवाना किया गया. वहीं देर रात जानकी मठ को जनकपुरी बना दिया गया. जहां भगवान का स्वागत किया गया और देर रात लगन अनुसार भगवान का विवाह किया गया.

भगवान राम का विवाह हुआ संपन्न
राम लोचन दास ने बताया आज ही के दिन भगवान राम और जानकी का विवाह हुआ था. इस परंपरा का निर्वहन करते हुए पूरे विधि विधान से हम लोग भगवान राम, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और भरत का विवाह करते हैं. पूरे विधि विधान से विवाह होता है. राम जानकी मंदिर से संकट मोचन होते हुए विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए पुनः मंदिर प्रांगण में आया यहां पर भगवान विवाह सपन्न हुआ.

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Intro:आज से हजारों साल पहले सनातन धर्म हे मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाने जाने वाले भगवान श्रीराम ने जनकपुरी जाकर मा सीता से विवाह किया था। आज भी भक्त अपने आराध्य का अपने अंदाज में पूरी श्रद्धा से शादी की रस्म करते हैं शादी की तैयारी भी भक्त कई दिनों पहले शुरू करते हैं। शादी की शुरुआत मठ मगरा से होता है फिर बारात निकल जाती है।बैंड और बग्गी के साथ भक्त जमकर डांस करते हैं।तो वही साधु समाज जी तुमको से परहेज नहीं करते विभिन्न मार्गो से बारात गुजरते हुए पुनः मंदिर पहुंचने के बाद विवाह शुरू होता है।


Body:शिव की नगरी काशी में उनके आराध्य भगवान श्री राम की शादी का आयोजन किया गया। शादी के आयोजन में जहां 80 स्टेट्स रामजानकी मठ कभी अयोध्या तो कभी जनकपुरी बन गया। भगवान राम को पूरे विधि-विधान के साथ आरती उतार कर बारात के लिए रवाना किया गया। तो वहीं देर रात जानकी मठ को जनकपुरी बना दिया गया। जहां भगवान का स्वागत किया गया और देर रात लगना अनुसार भगवान का विवाह किया गया।


Conclusion: राम लोचन दास ने बताया आज ही के दिन भगवान राम और जानकी का विवाह हुआ था। इस परंपरा का निर्वहन करते हुए पूरे विधि विधान से हम लोग भगवान राम लक्ष्मण शत्रुघ्न भरत का विवाह करते है। पूरे विधि विधान से विवाह होता है।जिसमें अभी हम भगवान श्रीराम का बारात निकालने रहे है। मंगल गीत के साथ भगवान का विवाह संपन्न हुआ। राम जानकी मंदिर से संकट मोचन होते हुए विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए पुनः मंदिर प्रांगण में आया यहां पर भगवान विवाह सपन्न हुआ।

बाईट :-- राम लोचन दास, महंत राम जानकी मठ, वाराणसी

अशुतोष उपध्याय
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