वाराणसी: धर्म और अध्यात्म के शहर के महाश्मशान में भी लॉकडाउन का असर दिख रहा है. ऐसे में आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया. हालात ये हैं अब कोरोना के कहर का असर काशी के श्मशान घाट पर भी देखने को मिल रहा है.
काशी के हरिश्चंद्र घाट पर आम दिनों की अपेक्षा शवदाह की संख्या आधे से भी कम हो गयी है. दिनभर में सिर्फ चार से पांच शवों का ही अंतिम संस्कार हो रहा है. घाट के डोमराज परिवार की मानें तो आम दिनों में प्रतिदिन 50 से 60 शवों का अंतिम संस्कार यहां होता था.
लॉकडाउन के कारण गांव और दूर-दराज से शव यहां नहीं आ पा रहे हैं, जिसके कारण चौधरी परिवार के सामने अब रोजी की परेशानी खड़ी हो गई है. चौधरी परिवार ने बताया कि लॉकडाउन में अभी तक सरकार की ओर से कोई भी मदद नहीं पहुंची है.
चौधरी परिवार के सदस्य रामबाबू ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लोग महाश्मशान घाट पर नहीं आ पा रहे हैं. इसके चलेत उनके परिवार को काफी दिक्कत हो रही है. डोमाराजा का परिवार रोज कमाता-खाता है.