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सबसे कम उम्र की महिला ग्राम प्रधान बनी कविता, स्मार्ट गांव बनाने का सपना - prime minister narendra modi

वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र स्थित पतेरवा गांव में मिर्जापुर निवासी कविता सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान चुनी गई है. कविता ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांव के विकास के लिए बनाई गई योजनाओं के तहत काम करेंगी.

सबसे युवा प्रधान, गांव को स्मार्ट गांव बनाने का सपना
सबसे युवा प्रधान, गांव को स्मार्ट गांव बनाने का सपना
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Published : May 4, 2021, 12:55 PM IST

वाराणसी : जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना रविवार से जारी है. इसके तहत मतगणना में सारनाथ की पतेरवा ग्राम में सबसे कम उम्र की महिला प्रधान का मुकाम कविता पत्नी मिथिलेश कुमार भारती ने हासिल किया है. कविता भारती ग्रेजुएट हैं और वे अपने गांव का विकास पीएम द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से करना चाहती हैं.

3 साल पहले हुई थी कविता की शादी

सारनाथ क्षेत्र स्थित पतेरवा गांव में मिर्जापुर निवासी कविता की 3 साल पहले मिथिलेश भारती से शादी हुई थी. कविता दुल्हन बन कर पतेरवा आई. उनको ये मालमू नहीं था कि उन्हें सबसे युवा ग्राम प्रधान बनने का गौरव हासिल होगा. कविता की महत्वाकांक्षा को आसमान की ऊंचाई पर पहुंचाने का काम पति मिथिलेश ने किया. पंचायत चुनाव में पतेरवा गांव से 7 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, जिसमें से एक कविता भी थी. कविता ने गांव वालों के बीच में सबसे युवा प्रधान चुनने की बात कही थी.

प्रधानमंत्री योजना के तहत होगा काम

वहीं मतगणना में कविता को 651 मत मिले. कविता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 396 वोट से हरा कर विजय प्राप्त किया. सोशियोलॉजी से ग्रेजुएट करने वाली कविता ने जीतने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांव के विकास के लिए बहुत-सी योजनाएं चलाई जा रही हैं. उसको गांव में घर-घर पहुंचाना मेरा लक्ष्य रहेगा. इसके तहत
गांव का विकास होगा और एक भी कच्चा मकान नहीं रहेगा. एक भी घर बिना शौचालय का नहीं होगा. प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करते हुए गांव को स्मार्ट गांव बनाना है.

इसे भी पढ़ें-वाराणसी के इस उद्योगपति ने जिला अस्पताल में लगवाया ऑक्सीजन प्लांट

वाराणसी : जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना रविवार से जारी है. इसके तहत मतगणना में सारनाथ की पतेरवा ग्राम में सबसे कम उम्र की महिला प्रधान का मुकाम कविता पत्नी मिथिलेश कुमार भारती ने हासिल किया है. कविता भारती ग्रेजुएट हैं और वे अपने गांव का विकास पीएम द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से करना चाहती हैं.

3 साल पहले हुई थी कविता की शादी

सारनाथ क्षेत्र स्थित पतेरवा गांव में मिर्जापुर निवासी कविता की 3 साल पहले मिथिलेश भारती से शादी हुई थी. कविता दुल्हन बन कर पतेरवा आई. उनको ये मालमू नहीं था कि उन्हें सबसे युवा ग्राम प्रधान बनने का गौरव हासिल होगा. कविता की महत्वाकांक्षा को आसमान की ऊंचाई पर पहुंचाने का काम पति मिथिलेश ने किया. पंचायत चुनाव में पतेरवा गांव से 7 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, जिसमें से एक कविता भी थी. कविता ने गांव वालों के बीच में सबसे युवा प्रधान चुनने की बात कही थी.

प्रधानमंत्री योजना के तहत होगा काम

वहीं मतगणना में कविता को 651 मत मिले. कविता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 396 वोट से हरा कर विजय प्राप्त किया. सोशियोलॉजी से ग्रेजुएट करने वाली कविता ने जीतने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांव के विकास के लिए बहुत-सी योजनाएं चलाई जा रही हैं. उसको गांव में घर-घर पहुंचाना मेरा लक्ष्य रहेगा. इसके तहत
गांव का विकास होगा और एक भी कच्चा मकान नहीं रहेगा. एक भी घर बिना शौचालय का नहीं होगा. प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करते हुए गांव को स्मार्ट गांव बनाना है.

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