वाराणसी : जिले में गिरते कार्बन स्तर को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को रमना ग्राम में प्रशिक्षण दिया गया. रमना स्थित काशी विद्यापीठ में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट करसड़ा में एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया. जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्य ने किसानों को जानकरी देते हुए जैविक खेती के हुनर बताए.
किसानों ने सीखे तकनीकी गुण
जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्य ने किसानों को उत्पादित सिटी कम्पोस्ट खाद के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि खाद में कार्बन एवं सूक्ष्म तत्वों को मात्रा तथा इसके प्रयोग के बारे में बताया. इस सत्र में वरिष्ठ वैज्ञानिकों के द्वारा विस्तार से चर्चा की गई. इसमें सैकड़ों किसानों ने प्रतिभाग किया और उनको 1-1 किलोग्राम का सिटी कम्पोस्ट पैक निःशुल्क वितरण किया गया.
खेती में कर सकेंगे बढ़ोत्तरी
एक दिवसीय सत्र में करसड़ा प्लांट के प्रभारी लक्ष्मण सिंह शेखावत ने किसानों को खाद के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उत्पादित सिटी कम्पोस्ट में कार्बन की मात्रा 12%, नाइट्रोजन 0.8% और कार्बन नाइट्रोजन का औसत 20 से कम और लेड एवं आर्सेनिक पदार्थों की मात्रा नगण्य है. और ये सब्सिडी पर किसानों को 1500 रुपये प्रति टन के हिसाब से प्रप्त हो सकती है. इस दौरान किसानों को भविष्य की सुरक्षा और जैविक खेती के लाभ बताए गए, जिसके माध्यम से वो अपनी फसल में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं.