ETV Bharat / state

बनारस में रेलवे स्टेशन पर 20 साल बाद ड्यूटी पर लौटा भोलू, पैसेंजर्स को करेगा जागरूक - VARANASI NEWS

कैंट रेलवे स्टेशन पर भोलू नए अंदाज में अपने ड्यूटी करेगा. वह नए तरीके से लोगों को रेलवे के नियमों के बारे में बताएगा.

ETV Bharat
20 साल बाद भोलू बनेगा यात्रियों का गार्ड (pic credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 9 hours ago

वाराणसी: कैंट रेलवे स्टेशन पर 20 साल बाद यात्रियों के भोलू की ड्यूटी पर वापसी हुई है. यह भोलू न सिर्फ पूरे परिसर में यात्रियों को अलग-अलग सुविधाओं की जानकारी देगा. बल्कि उन्हें रेलवे के नियम और कानून के बारे में भी बताएगा. यही नहीं भोलू से टिकट डाउनलोड करने को लेकर परिसर में मिलने वाली अलग-अलग व्यवस्थाओं व स्थान की जानकारी भी मिलेगी. बता दें कि महाकुंभ में आने वाले पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर भोलू गार्ड की नियुक्ति की गई है.

दरअसल, भोलू भारतीय रेल का एक खास प्रतिक चिन्ह है, जिसे एक हाथी के रूप में बनाया गया है. जो एक ट्रेन गार्ड की तरह हाथ में हरे रंग का लालटेन लेकर खड़ा रहता है. इसे भारतीय रेलवे के डेढ़ सौ साल पूरे होने पर पहली बार 16 अप्रैल 2002 को बेंगलुरु में भोलू को दिखाया गया था. इसके बाद 2003 में भारतीय रेलवे ने इसे अपने स्थाई शुभंकर यानी कि मैस्कट के रूप में स्थाई कर दिया. भोलू को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की ओर से तैयार किया गया था. 2002–3 में लॉन्च होने के बाद भोलू रेलवे से गायब हो गया था, लेकिन लगभग 21 साल बाद फिर से बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन पर भालू को ड्यूटी पर वापस लाया गया है.

यह भी पढ़ें - महाकुंभ की हर जानकारी देगा QR कोड; रेलवे स्टेशन की दीवारों और ट्रेनों के कोच से कर सकेंगे स्कैन - MAHAKUMBH MELA 2025

भोलू बनेगा यात्रियों का गार्ड : इस बार कैंट रेलवे स्टेशन पर भोलू एकदम नए अंदाज में अपने ड्यूटी करेगा. यही नहीं वह नए तरीके से लोगों को उनके नियमों के बारे में बताएगा. इस बारे में रेलवे स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता बताते हैं कि हमने कुंभ के मध्य नजर रेलवे स्टेशन पर भोलू को फिर से ड्यूटी पर लाने का काम किया है. यह रेलवे का मैस्कॉट था. लेकिन समय के साथ लोग इसे भूल रहे थे. हमने स्टेशन पर पोस्टर के जरिए भोलू को लोगों तक पहुंचाने का काम किया है. इसके तहत पूरे स्टेशन परिसर में लगभग 200 पोस्टर लगाया गया है. जिसमें भोलू अलग-अलग तरीके से लोगों को जागरुक कर रहा है. इसके साथ ही स्टेशन की सुविधाओं के बारे में भी बता रहा है.


स्लोगन से भोलू बता रहा रेलवे का नियम : उन्होंने बताया कि यदि आप स्टेशन पर लगे पोस्टर को ध्यान से देखेंगे तो उसमें एक अलग-अलग स्लोगन लिखा गया है,जो भोलू की ओर से लोगों को बताया जा रहा है. इसके साथ ही इस स्लोगन के जरिए रेलवे की व्यवस्था एवं सुविधा के बारे में बताया जा रहा है. यही नहीं पोस्टर के अंत में बाकायदा लाल रंग से रेलवे स्टेशन के नियम कानून व धाराओं को भी बताया गया है,ताकि स्टेशन पर किसी व्यक्ति के द्वारा किसी भी तरीके का गैर कानूनी काम न किया जा सके और वह इन नियमों को देखकर सजग रहें.

यह भी पढ़ें - आज से शुरू हुई प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस, जानें ट्रेन का रूट और टाइम टेबल - PRAVASI BHARATIYA EXPRESS TRAIN

वाराणसी: कैंट रेलवे स्टेशन पर 20 साल बाद यात्रियों के भोलू की ड्यूटी पर वापसी हुई है. यह भोलू न सिर्फ पूरे परिसर में यात्रियों को अलग-अलग सुविधाओं की जानकारी देगा. बल्कि उन्हें रेलवे के नियम और कानून के बारे में भी बताएगा. यही नहीं भोलू से टिकट डाउनलोड करने को लेकर परिसर में मिलने वाली अलग-अलग व्यवस्थाओं व स्थान की जानकारी भी मिलेगी. बता दें कि महाकुंभ में आने वाले पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर भोलू गार्ड की नियुक्ति की गई है.

दरअसल, भोलू भारतीय रेल का एक खास प्रतिक चिन्ह है, जिसे एक हाथी के रूप में बनाया गया है. जो एक ट्रेन गार्ड की तरह हाथ में हरे रंग का लालटेन लेकर खड़ा रहता है. इसे भारतीय रेलवे के डेढ़ सौ साल पूरे होने पर पहली बार 16 अप्रैल 2002 को बेंगलुरु में भोलू को दिखाया गया था. इसके बाद 2003 में भारतीय रेलवे ने इसे अपने स्थाई शुभंकर यानी कि मैस्कट के रूप में स्थाई कर दिया. भोलू को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की ओर से तैयार किया गया था. 2002–3 में लॉन्च होने के बाद भोलू रेलवे से गायब हो गया था, लेकिन लगभग 21 साल बाद फिर से बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन पर भालू को ड्यूटी पर वापस लाया गया है.

यह भी पढ़ें - महाकुंभ की हर जानकारी देगा QR कोड; रेलवे स्टेशन की दीवारों और ट्रेनों के कोच से कर सकेंगे स्कैन - MAHAKUMBH MELA 2025

भोलू बनेगा यात्रियों का गार्ड : इस बार कैंट रेलवे स्टेशन पर भोलू एकदम नए अंदाज में अपने ड्यूटी करेगा. यही नहीं वह नए तरीके से लोगों को उनके नियमों के बारे में बताएगा. इस बारे में रेलवे स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता बताते हैं कि हमने कुंभ के मध्य नजर रेलवे स्टेशन पर भोलू को फिर से ड्यूटी पर लाने का काम किया है. यह रेलवे का मैस्कॉट था. लेकिन समय के साथ लोग इसे भूल रहे थे. हमने स्टेशन पर पोस्टर के जरिए भोलू को लोगों तक पहुंचाने का काम किया है. इसके तहत पूरे स्टेशन परिसर में लगभग 200 पोस्टर लगाया गया है. जिसमें भोलू अलग-अलग तरीके से लोगों को जागरुक कर रहा है. इसके साथ ही स्टेशन की सुविधाओं के बारे में भी बता रहा है.


स्लोगन से भोलू बता रहा रेलवे का नियम : उन्होंने बताया कि यदि आप स्टेशन पर लगे पोस्टर को ध्यान से देखेंगे तो उसमें एक अलग-अलग स्लोगन लिखा गया है,जो भोलू की ओर से लोगों को बताया जा रहा है. इसके साथ ही इस स्लोगन के जरिए रेलवे की व्यवस्था एवं सुविधा के बारे में बताया जा रहा है. यही नहीं पोस्टर के अंत में बाकायदा लाल रंग से रेलवे स्टेशन के नियम कानून व धाराओं को भी बताया गया है,ताकि स्टेशन पर किसी व्यक्ति के द्वारा किसी भी तरीके का गैर कानूनी काम न किया जा सके और वह इन नियमों को देखकर सजग रहें.

यह भी पढ़ें - आज से शुरू हुई प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस, जानें ट्रेन का रूट और टाइम टेबल - PRAVASI BHARATIYA EXPRESS TRAIN

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.