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'हमारा वश चले तो पूरे देश को भगवा रंग में रंग दें'

यूपी के वाराणसी में विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले मैदागिन से लेकर विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध तक सभी मकानों और दुकानों को एक रंग में रंगे जाने के दौरान मस्जिद को भी गेरुआ रंग से रंगे जाने का मामला सामने आया था. जिसको लेकर मस्जिद प्रबंधन ने ऐतराज जताया था. इसको लेकर कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा है कि जब भारत का रंग ही भगवा है तो इससे इतनी नफरत क्यों हैं. उन्होंने कहा मेरा वश चले तो पूरे देश को भगवा रंग में रंग दूं.

अनिल राजभर का गेरुआ रंग की मस्जिद पर बयान
अनिल राजभर का गेरुआ रंग की मस्जिद पर बयान
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Published : Dec 7, 2021, 6:10 PM IST

Updated : Dec 7, 2021, 7:04 PM IST

वाराणसी: विश्वनाथ धाम लोकार्पण के पहले धाम में लगे वास्तविक चुनार के पत्थरों के कलर में मैदागिन से लेकर दशाश्वमेध तक के मकानों, प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों को वीडीए द्वारा एक रंग में रंगा जा रहा है. चौक से मैदागिन जाने वाले इस रास्ते में सुड़िया पर पड़ने वाली एक मस्जिद को भी इसी रंग से रंग दिया गया है. इस पर मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों ने ऐतराज जताया है. इसके बाद जिला प्रशासन इसे संज्ञान में लेते हुए वापस मस्जिद के रंग को सफेद करने के कवायद में जुट गया है. इस मामले में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बड़ा बयान दिया है.

भगवा भारत का रंग है

उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने इस मामले में कहा कि जब भारत का रंग ही भगवा है तो भगवा रंग से इतनी नफरत क्यों है. उन्होंने कहा कि भारत की पहचान ही भगवा है. मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भगवा एक ऐसा रंग है जो भारत और भगवान दोनों का दर्शन करवाने वाला रंग है, इसमे ऐतराज नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा वश चले तो पूरे देश को भगवा रंग में रंग दें. मंदिर और मस्जिद में क्या फर्क है, दोनों भगवान का घर है और भगवान का घर भगवामय होना ही चाहिए. अनिल राजभर ने कहा कि विरोध वह लोग करते हैं, जिनको भगवा रंग के बारे में पता ही नहीं है. उन्होंने कहा कि भगवा रंग हमारे भारत का भी दर्शन कराता है और भगवान का भी दर्शन कराता है. इस तरह का विरोध करने वाले संकीर्णं मानसिकता के लोग हैं.

कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर

फिर से पुराने रंग में रंगी जा रही मस्जिद

ज्ञात हो कि विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 13 दिसंबर को वाराणसी आ रहे हैं. इससे पहले शहर को एक थीम कलर में रंगने के क्रम में मस्जिद को गेरुवा रंग से रंगे जाने का मामला सामने आया. जिसके बाद मस्जिद के केयरटेकर समेत समुदाय विशेष के कई अन्य लोगों ने इसका विरोध किया. जिसके बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण ने उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए वापस मस्जिद को उसी रंग में रंगवा का निर्देश दिया है. वहीं मस्जिद की रंगाई शुरू कर दी गई है.

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: बोले केयरटेकर, रंग से ऐतराज नहीं, तरीके से गया गलत संदेश, अब फिर से सफेद रंग में रंगी जा रही मस्जिद

रातों-रात बिना अनुमति के रंग बदलने से है आपत्ति

बता दें कि विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले मैदागिन से लेकर विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध तक सभी मकानों और दुकानों को एक रंग में रंगे जाने के दौरान बुलानाला इलाके में एक मस्जिद को भगवा रंग में रंगे जाने के प्रकरण में मचे हंगामे के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. इस पूरे प्रकरण में प्रशासन की तरफ से मस्जिद के कलर को फिर से सफेद रंग में कराए जाने का काम शुरू हो गया है. इस संबंध में मस्जिद के केयरटेकर का कहना है कि उन्हें आपत्ति रंग बदलने से नहीं, बल्कि बिना अनुमति के रातों-रात इस तरह का काम किए जाने से है उनका कहना था कि यह संदेश गलत गया है और इस तरह के काम नहीं किए जाने चाहिए.

वाराणसी: विश्वनाथ धाम लोकार्पण के पहले धाम में लगे वास्तविक चुनार के पत्थरों के कलर में मैदागिन से लेकर दशाश्वमेध तक के मकानों, प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों को वीडीए द्वारा एक रंग में रंगा जा रहा है. चौक से मैदागिन जाने वाले इस रास्ते में सुड़िया पर पड़ने वाली एक मस्जिद को भी इसी रंग से रंग दिया गया है. इस पर मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों ने ऐतराज जताया है. इसके बाद जिला प्रशासन इसे संज्ञान में लेते हुए वापस मस्जिद के रंग को सफेद करने के कवायद में जुट गया है. इस मामले में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बड़ा बयान दिया है.

भगवा भारत का रंग है

उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने इस मामले में कहा कि जब भारत का रंग ही भगवा है तो भगवा रंग से इतनी नफरत क्यों है. उन्होंने कहा कि भारत की पहचान ही भगवा है. मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भगवा एक ऐसा रंग है जो भारत और भगवान दोनों का दर्शन करवाने वाला रंग है, इसमे ऐतराज नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा वश चले तो पूरे देश को भगवा रंग में रंग दें. मंदिर और मस्जिद में क्या फर्क है, दोनों भगवान का घर है और भगवान का घर भगवामय होना ही चाहिए. अनिल राजभर ने कहा कि विरोध वह लोग करते हैं, जिनको भगवा रंग के बारे में पता ही नहीं है. उन्होंने कहा कि भगवा रंग हमारे भारत का भी दर्शन कराता है और भगवान का भी दर्शन कराता है. इस तरह का विरोध करने वाले संकीर्णं मानसिकता के लोग हैं.

कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर

फिर से पुराने रंग में रंगी जा रही मस्जिद

ज्ञात हो कि विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 13 दिसंबर को वाराणसी आ रहे हैं. इससे पहले शहर को एक थीम कलर में रंगने के क्रम में मस्जिद को गेरुवा रंग से रंगे जाने का मामला सामने आया. जिसके बाद मस्जिद के केयरटेकर समेत समुदाय विशेष के कई अन्य लोगों ने इसका विरोध किया. जिसके बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण ने उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए वापस मस्जिद को उसी रंग में रंगवा का निर्देश दिया है. वहीं मस्जिद की रंगाई शुरू कर दी गई है.

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: बोले केयरटेकर, रंग से ऐतराज नहीं, तरीके से गया गलत संदेश, अब फिर से सफेद रंग में रंगी जा रही मस्जिद

रातों-रात बिना अनुमति के रंग बदलने से है आपत्ति

बता दें कि विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले मैदागिन से लेकर विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध तक सभी मकानों और दुकानों को एक रंग में रंगे जाने के दौरान बुलानाला इलाके में एक मस्जिद को भगवा रंग में रंगे जाने के प्रकरण में मचे हंगामे के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. इस पूरे प्रकरण में प्रशासन की तरफ से मस्जिद के कलर को फिर से सफेद रंग में कराए जाने का काम शुरू हो गया है. इस संबंध में मस्जिद के केयरटेकर का कहना है कि उन्हें आपत्ति रंग बदलने से नहीं, बल्कि बिना अनुमति के रातों-रात इस तरह का काम किए जाने से है उनका कहना था कि यह संदेश गलत गया है और इस तरह के काम नहीं किए जाने चाहिए.

Last Updated : Dec 7, 2021, 7:04 PM IST
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