वाराणसीः जिले में आईआईटी-बीएचयू में छात्र और आईआईटी प्रशासन एक बार फिर आमने-सामने हैं. छात्रों ने आईआईटी प्रशासन पर आरोप लगाया है कि हम लोगों से जबरदस्ती हॉस्टल खाली कराया जा रहा है. इसके लिए आए दिन प्रशासन के लोग आकर हमें परेशान करते हैं. हॉस्टल खाली करने की अंतिम तारीख पूछते हैं.
छात्रों ने जारी किया प्रेस रिलीज
आईआईटी के छात्रों ने मंगलवार को प्रेस रिलीज जारी कर मीडिया को यह बताया कि उनसे जबरदस्ती हॉस्टल खाली कराया जा रहा है. वहीं विवेकानंद छात्रावास के छात्र धरने पर भी बैठ गए. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने छात्रों को अंदर भेजा.
ये बोले छात्र
नोटिस देकर कहा हॉस्टल खाली करो
अश्वनी कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले आईआईटी-बीएचयू द्वारा हमें एक नोटिस मिला, जिसमें कहा गया कि एक दिन के अंदर आप हॉस्टल खाली कर दीजिए. कुछ दिन बाद हमें यह सूचना मिली की यह आदेश पालन जरूरी नहीं है, छात्रों की इच्छा है कि वह चाहें तो रह सकते हैं. इन सब बातों के बाद भी हर दिन कोई न कोई आता है. कहता है कितने छात्र बचे हैं, क्यों नहीं जा रहे हैं, कब तक खाली करेंगे. हम लोगों ने बताया हमारे घर दूर हैं. रास्ते में हम संक्रमित हो सकते हैं. उसके बाद भी हमें जबरन हॉस्टल खाली करने को कहा जा रहा है.
बिजली पानी बंद करने की धमकी
अश्वनी ने बताया कि मेस बंद कर दिया जा रहा है. आए दिन हम लोगों को कहा गया कि बिजली बंद कर दी जाएगी. पानी बंद कर दिया जाएगा. अक्सर गेट बंद कर दिया जाता है. नेट की सुविधा बंद करने के लिए कहा जाता है.
जबरदस्ती खाली कराए हॉस्टल
आईआईटी-बीएचयू के शोध छात्र नितेश ने बताया कि आए दिन हम लोगों को इस तरह की धमकियां दी जाती हैं. हॉस्टल जबरदस्ती खाली कराने की बात की जा रही है, जबकि पूरे देश में आईआईटी कॉलेज को खाली कराने का कोई निर्देश नहीं है. केवल बीएचयू के आईआईटी के हॉस्टल को खाली कराया जा रहा है. बहुत से छात्रों से जबरदस्ती हॉस्टल खाली कराया गया है.
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आप होंगे जिम्मेदार
आईआईटी-बीएचयू के छात्र का कहना है कि प्रशासन का यह भी कहना है कि अगर आपको कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी आपकी होगी. क्या एक आईआईटी प्रशासन ऐसे व्यवहार करता है.