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ज्ञानवापी विवादः वादी पक्ष के वकील बोले-शिवलिंग अगर फव्वारा है तो प्रतिवादी पक्ष चलाकर दिखाएं

ज्ञानवापी मामले में वादी राखी सिंह के एडवोकेट विष्णु शंकर जैन और उनके पिता एडवोकेट हरिशंकर जैन ने शिवलिंग को लगातार फव्वारा बताए जाने पर आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने कहा कि अगर शिवलिंग फव्वारा है तो प्रतिवादी पक्ष चलाकर दिखाएं.

ज्ञानवापी विवाद.
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Published : May 18, 2022, 6:59 PM IST

वाराणसी: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और ज्ञानवापी मामले में वादी राखी सिंह के एडवोकेट विष्णु शंकर जैन और उनके पिता एडवोकेट हरिशंकर जैन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवलिंग को लगातार फव्वारा बताए जाने पर आपत्ति जाहिर की. विष्णु शंकर जैन ने कहा कि अगर शिवलिंग फव्वारा है तो प्रतिवादी पक्ष चलाकर दिखाएं. विष्णु जैन ने ये भी कहा कि वो (प्रतिवादी पक्ष) हमें नीचे जाने से क्यों मना कर रहे हैं. हम लोग उसे शिवलिंग प्रूफ करने के लिए जितनी भी बातें है, उसे सामने लेकर आएंगे. इस दौरान उन्होंने मस्जिद के फव्वारे के नाम से वायरल किये जा रहे वीडियो को देखकर पुष्टि की कि यही वह शिवलिंग है, जिसे उन्होंने मस्जिद परिसर में स्थित हौज में देखा था.

प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते एडवोकेट विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन.


विष्णु जैन ने आगे कहा कि इस वीडियो में सिर्फ ऊपर का हिस्सा दिख रहा है. इसमें व्यास जी का तहखाना नहीं दिख रहा है. इसलिए हमने कोर्ट में एक याचिका दायर की है कि जो व्यास जी के तहखाने में दीवार है उसे खोला जाए. जो शिवलिंग के नीचे दीवार है, उसे खोला जाए और शिवलिंग के आकर को नापने की इजाज़त दी जाए. उन्होंने कहा कि अब न्यायालय उसपर ऑर्डर देगा और जो भी सुनवाइयां होगी, हम उसमें आते रहेंगे.

इसे भी पढ़ें-ज्ञानवापी विवाद: वकीलों की हड़ताल के कारण सुनवाई टली, मुस्लिम पक्ष ने मांगा दो दिन का समय


विष्णु जैन ने कहा कि 'हम लोग एक वकील हैं. वकील के रूप में हमारी ड्यूटी होती है कि जो लोगों की आवाज है उसे लीगली कोर्ट में लेकर जाएं. अगर लोगों को लगता है कि वहां शिवलिंग था. वहां पर हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा होती थी. इतिहास में और उसकी बेअदबी की गई है तो सिर्फ सौहार्द बनाने के लिए आप ऐसा नहीं कह सकते हैं कि हम वो बात हो लेकर कोर्ट में न जाएं. कोर्ट में जाना हमारा लीगल हक़ है और हम अपने लीगली लड़ाई लड़ रहे हैं.' इस दौरान ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे के बाद तबीयत खराब होने के सवाल पर हरीशंकर जैन ने बताया कि उनकी तबियत अब पहले से ठीक है.

वाराणसी: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और ज्ञानवापी मामले में वादी राखी सिंह के एडवोकेट विष्णु शंकर जैन और उनके पिता एडवोकेट हरिशंकर जैन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवलिंग को लगातार फव्वारा बताए जाने पर आपत्ति जाहिर की. विष्णु शंकर जैन ने कहा कि अगर शिवलिंग फव्वारा है तो प्रतिवादी पक्ष चलाकर दिखाएं. विष्णु जैन ने ये भी कहा कि वो (प्रतिवादी पक्ष) हमें नीचे जाने से क्यों मना कर रहे हैं. हम लोग उसे शिवलिंग प्रूफ करने के लिए जितनी भी बातें है, उसे सामने लेकर आएंगे. इस दौरान उन्होंने मस्जिद के फव्वारे के नाम से वायरल किये जा रहे वीडियो को देखकर पुष्टि की कि यही वह शिवलिंग है, जिसे उन्होंने मस्जिद परिसर में स्थित हौज में देखा था.

प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते एडवोकेट विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन.


विष्णु जैन ने आगे कहा कि इस वीडियो में सिर्फ ऊपर का हिस्सा दिख रहा है. इसमें व्यास जी का तहखाना नहीं दिख रहा है. इसलिए हमने कोर्ट में एक याचिका दायर की है कि जो व्यास जी के तहखाने में दीवार है उसे खोला जाए. जो शिवलिंग के नीचे दीवार है, उसे खोला जाए और शिवलिंग के आकर को नापने की इजाज़त दी जाए. उन्होंने कहा कि अब न्यायालय उसपर ऑर्डर देगा और जो भी सुनवाइयां होगी, हम उसमें आते रहेंगे.

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विष्णु जैन ने कहा कि 'हम लोग एक वकील हैं. वकील के रूप में हमारी ड्यूटी होती है कि जो लोगों की आवाज है उसे लीगली कोर्ट में लेकर जाएं. अगर लोगों को लगता है कि वहां शिवलिंग था. वहां पर हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा होती थी. इतिहास में और उसकी बेअदबी की गई है तो सिर्फ सौहार्द बनाने के लिए आप ऐसा नहीं कह सकते हैं कि हम वो बात हो लेकर कोर्ट में न जाएं. कोर्ट में जाना हमारा लीगल हक़ है और हम अपने लीगली लड़ाई लड़ रहे हैं.' इस दौरान ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे के बाद तबीयत खराब होने के सवाल पर हरीशंकर जैन ने बताया कि उनकी तबियत अब पहले से ठीक है.

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