वाराणसीः योगी आदित्यनाथ सरकार साल 2017 के बाद से ओडीओपी योजना पर लगातार ध्यान दे रही है. जहां हर जिले में इसे बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं वाराणसी को एक खास काम दिया गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से वाराणसी के मीनाकारी व्यापार से जुड़े लोगों को उपहार तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है. इससे इन कारीगरों के चेहरों पर खुशियां साफ देखने को मिल रही हैं.
गौरतलब है कि, योगी सरकार ने इस कारीगरी को बढ़ावा देने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसके तहत गुलाबी मीनाकारी को उपहार में दिया जाएगा. सरकार के किसी भी कार्यक्रम में आए अतिथियों को उपहार में अंगवस्त्र या कोई प्रतीक चिन्ह भेंट किया जाता था, लेकिन अब सरकार ने गुलाबी मीनाकारी देने की योजना बनाई है.
सरकार के प्रयासों से कारीगरों में आया उत्साहः मीनाकारी से जुड़ी महिला कारीगर ने बताया कि एक समय था जब हमें लगता था कि गुलाबी मीनाकारी का काम हमें लगता था कि यह काम छोड़ देना चाहिए. लेकिन, सरकार के साथ और प्रयास से हम फिर इस कला से जुड़ गए हैं. जो एक हजार मोर की आकृति बनाने का ऑर्डर मिला है, इससे हमारे त्योहार में भी रौनक आ गई है. वहीं, इनका कहना है सीएम ऑफिस से यह ऑर्डर मिलने से हमें काफी अच्छा लग रहा है.
कारीगरों की आमदनी के साथ प्रचार-प्रसार भी होगाः सरकार के इस कदम से इस व्यापार को काफी लाभ मिलने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से वाराणसी के कारीगरों को एक हजार गुलाबी मीनाकारी बनाने के ऑर्डर दिए गए हैं. कारीगरों को मोर की आकृति बनाना होगा. इससे इनकी आमदनी तो होगी ही साथ ही इनके उत्पादों का प्रचार-प्रसार भी एक तरह से सरकार के माध्यम से हो सकेगा. वहीं, ऑर्डर मिलने के बाद कारीगरों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही है.
पांच से दस गुना बढ़ा मीनाकारी का कारोबारः इससे जुड़े कारीगर ने बताया कि इस साल 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का ऑर्डर लगा है. गुलाबी मीनाकारी का व्यापार कम से कम पांच से दस गुना बढ़ा है. अभी तक तो यह शुरुआती आंकड़ा है. हमें उम्मीद है कि यह अभी और भी ज्यादा जाएगा. हमें जो ऑर्डर मिला है उसका आधा काम पूरा हो चुका. इसमें मोर की आकृति के साथ भगवान गणेश की भी आकृति बनानी है. ये उपहार खुद सीएम योगी बांटेंगे.
कारीगरों के लिए लाभदायक साबित होगा सरकार का प्लानः सरकार का यह प्लान ओडीओपी की योजना के अंतर्गत इस कला के लिए खासा लाभदायक साबित होगा. एक समय था जब गुलाबी मीनाकारी से कारीगरों का मन हट रहा था लेकिन आज उनमें उत्साह वापस आ गया है. गुलाबी मीनाकारी के लिए सरकार का साथ किसी संजीवनी से कम नहीं है. इसका कारोबार 50 लाख से लेकर एक करोड़ तक का होता था. वर्तमान समय में लगभग 5 करोड़ से ज्यादा का करोबार हो जा रहा है.
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