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राम मंदिर निर्माणः 'राम-राम ग्राम-ग्राम' योजना के तहत स्वर्ण संग्रह शुरू

यूपी के वाराणसी से 'राम-राम ग्राम-ग्राम' योजना के तहत रामालय ट्रस्ट ने शुक्रवार को स्वर्ण संग्रह करना शुरू कर दिया है. संतों ने देश के सात लाख गांवों से हर गांव से एक ग्राम सोना दान में लेने का लक्ष्य रखा है.

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स्वर्ण संग्रह शुरू
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Published : Feb 7, 2020, 11:22 PM IST

वाराणसी: रामलला टेंट में विराजे हैं. इस पर अब द्वारका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि श्री राम का मंदिर बनने में काफी समय लगेगा. इस बीच टेंट में विराजे रामलला के लिए चंदन की लकड़ी के आसन में एक छोटा स्वर्ण मंदिर बनाकर उन्हें विराजमान किया जाए.

श्री राम मंदिर के लिए स्वर्ण संग्रह शुरू.

इसके लिए 'राम-राम, ग्राम-ग्राम' योजना के तहत भारत के सारे गांवों से सोना दान में लेने की योजना संतों ने बनाई थी. हर गांव से एक ग्राम सोना लेने का लक्ष्य रखा गया है. इसी क्रम में शुक्रवार को वाराणसी से 'राम-राम ग्राम-ग्राम' योजना के तहत स्वर्ण संग्रह का कार्य शुरू हो किया गया है.

रामालय ट्रस्ट के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शुक्रवार को मंदिर के मॉडल का विधिवत पूजन अर्चन कर इसकी शुरुआत की. उसके बाद लोगों ने इस स्वर्णमयी रामालय के लिए स्वर्ण दान शुरू किया. राम-राम ग्राम-ग्राम योजना के तहत देश भर के 7 लाख से अधिक गांवों से 1 ग्राम सोना लेने का लक्ष्य संतों ने रखा है. ये स्वर्णमयी रामालय 108 किलो सोना से जड़ित होगा जबकि मुख्य मंदिर में 900 किलो सोना लगाया जाएगा.

इस मौके पर श्रद्धालु कमला प्रसाद मिश्र ने बताया हम लोगों ने 1 ग्राम सोना दान दिया है. भगवान ने हमेशा दिया है. पहली बार भगवान के लिए कुछ देने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि भगवान जल्द से जल्द स्वर्ण मंदिर में विराजमान हों.

माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद भी जिसके 100 करोड़ से ज्यादा भक्त हों वह भगवान राम अभी तक टेंट में विराजमान हैं. इसके लिए महाराज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने यह सोचा है कि जब तक भव्य मंदिर का निर्माण होगा तब तक हम रामलला को स्वर्ण मंदिर में स्थापित करें. इसके लिए हम लोगों ने स्वर्ण संग्रह करने के लिए कार्य शुभ मुहूर्त में प्रारंभ कर दिया है. इसके लिए बकायदा लिखा-पढ़ी करके स्वर्ण दान में लिया जा रहा है.
-स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, सचिव रामालय ट्रस्ट

वाराणसी: रामलला टेंट में विराजे हैं. इस पर अब द्वारका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि श्री राम का मंदिर बनने में काफी समय लगेगा. इस बीच टेंट में विराजे रामलला के लिए चंदन की लकड़ी के आसन में एक छोटा स्वर्ण मंदिर बनाकर उन्हें विराजमान किया जाए.

श्री राम मंदिर के लिए स्वर्ण संग्रह शुरू.

इसके लिए 'राम-राम, ग्राम-ग्राम' योजना के तहत भारत के सारे गांवों से सोना दान में लेने की योजना संतों ने बनाई थी. हर गांव से एक ग्राम सोना लेने का लक्ष्य रखा गया है. इसी क्रम में शुक्रवार को वाराणसी से 'राम-राम ग्राम-ग्राम' योजना के तहत स्वर्ण संग्रह का कार्य शुरू हो किया गया है.

रामालय ट्रस्ट के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शुक्रवार को मंदिर के मॉडल का विधिवत पूजन अर्चन कर इसकी शुरुआत की. उसके बाद लोगों ने इस स्वर्णमयी रामालय के लिए स्वर्ण दान शुरू किया. राम-राम ग्राम-ग्राम योजना के तहत देश भर के 7 लाख से अधिक गांवों से 1 ग्राम सोना लेने का लक्ष्य संतों ने रखा है. ये स्वर्णमयी रामालय 108 किलो सोना से जड़ित होगा जबकि मुख्य मंदिर में 900 किलो सोना लगाया जाएगा.

इस मौके पर श्रद्धालु कमला प्रसाद मिश्र ने बताया हम लोगों ने 1 ग्राम सोना दान दिया है. भगवान ने हमेशा दिया है. पहली बार भगवान के लिए कुछ देने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि भगवान जल्द से जल्द स्वर्ण मंदिर में विराजमान हों.

माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद भी जिसके 100 करोड़ से ज्यादा भक्त हों वह भगवान राम अभी तक टेंट में विराजमान हैं. इसके लिए महाराज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने यह सोचा है कि जब तक भव्य मंदिर का निर्माण होगा तब तक हम रामलला को स्वर्ण मंदिर में स्थापित करें. इसके लिए हम लोगों ने स्वर्ण संग्रह करने के लिए कार्य शुभ मुहूर्त में प्रारंभ कर दिया है. इसके लिए बकायदा लिखा-पढ़ी करके स्वर्ण दान में लिया जा रहा है.
-स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, सचिव रामालय ट्रस्ट

Intro:अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भले ही केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का गठन कर दिया होगा लेकिन राम भक्त रामजन्मभूमि पर श्री रामलला को टेंट से बाहर निकालने के लिए स्वर्णमयी रामालय बनाने का ऐलान किया है. Body:जिसके तहत आज वाराणसी में राम-राम ग्राम ग्राम योजना के तहत स्वर्ण कलेक्शन का कार्य शुरू हो गया है रामालय ट्रस्ट के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आज मंदिर के मॉडल का विधिवत पूजन अर्चन कर इसकी शुरुआत की उसके बाद लोगों ने इस स्वर्णमयी रामालय के लिए स्वर्ण दान शुरू किया। राम-राम राम-राम योजना के तहत देश भर के 700000 से अधिक गांवों से 1 ग्राम सोना लेने का लक्ष्य संतों ने रखा है। इस स्वर्णमयी रामालय में 108 किलो सोना जड़ित होगा जबकि मुख्य मंदिर में 900 किलो सोना लगाया जाएगा ।Conclusion:कमला प्रसाद मिश्र ने बताया आज हम लोगों ने और मेरी पत्नी ने 1 ग्राम सोना दान दिया जब भी मौका मिलना चाहिए भगवान के लिए कुछ दान देना चाहिए आज हमारे पास जितनी क्षमता थी उतनी महाराज जी के आदेश पर हम लोगों ने दान दिया और हम चाहते हैं कि भगवान जल्द से जल्द स्वर्ण मंदिर में विराजमान हो

बाईट :-- कमला प्रसाद मिश्र, श्रद्धालु

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद भी जिसके 100 करोड़ से ज्यादा भक्त हो भगवान राम अभी तक पेंट में विराजमान हैं। इसके लिए महाराज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने यह सोचा है।कि जब तक भव्य मंदिर का निर्माण होगा तब तक हम भगवान राम लला को स्वर्ण मंदिर में स्थापित करें इसके लिए आज हम लोगों ने स्वर्ण संग्रह करने के लिए कार्य आज शुभ मुहूर्त में प्रारंभ कर दिया है। बहुत से लोगों ने आज स्वर्ण दिया इसके लिए बकायदा लिखा पढ़ी करके स्वर्ण दान में लिया जा रहा है। हम यह चाहते हैं कि महाशिवरात्रि से स्वर्ण प्रतिमा बनना प्रारंभ हो जाए जिसे हम राम नवमी तक अयोध्या में ले जाकर स्थापित कर देता कि रामलला उस में विराजमान हो जाए।

बाईट :-- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, सचिव रामालय ट्रस्ट,

आशुतोष उपाध्याय

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