आगरा : मतदाता सूची की जांच में लापरवाही बरतने पर आगरा कैंट विधानसभा क्षेत्र के चार बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को निलंबित कर दिया गया है. जिसमें कृषि विभाग के तीन कर्मचारी और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का एक कर्मचारी है. साथ ही रिटर्निंग अधिकारी ने आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के छह बीएलओ का वेतन रोक दिया गया है. सात विधानसभा क्षेत्रों के 18 बीएलओ से स्पष्टीकरण तलब किया गया है. मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान 28 नवंबर तक चलेगा.
बता दें, निर्वाचन आयोग के आदेश पर 29 अक्टूबर से 28 नवंबर तक मतदाता पुनरीक्षण अभियान चल रहा है. नौ व 10 नवंबर, 23 और 24 नवंबर को अभियान में विशेष तिथि थीं. अभियान में एक जनवरी 2025 को 18 साल की आयु पूरी करने वाले युवा भी मतदाता बन सकते हैं. जिसके लिए सुबह 10 से शाम चार बजे तक 3696 बूथों पर बीएलओ को मौजूद रहना है. इसमें बड़ी संख्या में बीएलओ गैर हाजिर रहे. कुछ बीएलओ ने तो सूची की जांच में रस्म अदायगी की. प्रशासनिक अधिकारियों के पास इसकी लगातार शिकायतें पहुंचीं.
लापरवाही पर निलंबित : आगरा कैंट विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी रतन कुमार ने बताया कि कई बूथों पर कोई फार्म नहीं भरा गया था. कई बार चेतावनी देने के बाद भी बीएलओ की कार्यशैली में सुधार नहीं आया. निर्वाचन कार्य में लापरवाही पर सहायक अध्यापक संजुल गुप्ता, कृषि विभाग के वैभव शर्मा, पंकज कुमार और रमा निषाद को निलंबित कर दिया गया है. अब इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है.
ऐसे ही जिले की आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लापरवाह छह बीएलओ का वेतन रोक दिया गया है. इसमें सहायक अध्यापक टीना सेंगर, प्रेम शंकर शर्मा, शिवांगी पोरवाल, गौरी सिंह, कर्मचारी लक्ष्मण सिंह शामिल हैं. इनको नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है.
शपथ पत्र देंगे तभी बन सकेंगे मतदाता : 24 साल से अधिक उम्र के लोग अब आसानी से मतदाता नहीं बन सकेंगे. फार्म-छह के साथ ही इन लोगों को शपथ पत्र देना होगा. आगरा या फिर किसी भी अन्य जिले की मतदाता सूची में नाम अंकित नहीं है. इसकी जानकारी देनी होगी.
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